बड़ोदरा। रामनवमी के पावन पर्व पर गुजरात के बड़ौदरा में उपद्रवियों ने माहौल बिगाड़ने का काम किया। फतेहपुरा इलाके में एक ही दिन में दो बार शोभायात्रा को निशाना बनाया गया। दोनों बार शोभायात्रा पर पथराव किया गया। जिसके बाद पूरे इलाके में तनाव है। पुलिस को उपद्रवियों को काबू करने में आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। दोपहर में पथराव के बाद पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में होने का दावा किया था, लेकिन शाम होते ही फिर से उपद्रव मचने से पुलिस के दावे और प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठने लगे।
गुजरात के बड़ोदरा शहर के फतेहपुर में रामनवमी पर शोभायात्रा का आयोजन किया गया था। इस दौरान जुलुस पर कुछ अराजकतत्वों ने दोपहर के समय पथराव किया। पुलिस उपाधीक्षक जगनिया ने कहा कि इस उपद्रवी घटना में कुछ गाडियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं, हालांकि कोई घायल नहीं हुआ। जुलूस पुलिस सुरक्षा में पूर्व मार्ग से निकाला गया। जगनिया व अन्य पुलिस अधिकारी घटना की जानकारी होने के बाद मौके पर पहुंचे। पुलिस ने दोपहर में स्थिति पूरी तरह काबू में होने का दावा किया, लेकिन शाम को एक बार फिर से स्थिति नियंत्रण के बाहर हो गई।
इस दौरान बजरंग दल के एक नेता ने आरोप लगाया कि पहले भी इस तरह की घटनाएं होने की जानकारी के बावजूद जुलूस के दौरान पुलिस कहीं नहीं दिखी। हर वर्ष इसी मार्ग से जुलूस निकाला जाता है। हालांकि, जगनिया ने दावा किया कि गुरुवार को शहर में निकाले गए हर जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था की गई।
जगनिया ने कहा, ‘हालात नियंत्रण में हैं। घटना उस समय की है, जब जुलूस के एक मस्जिद के निकट पहुंचा और लोगों ने मौके पर पहुंचना शुरू कर दिया। यह सांप्रदायिक दंगा नहीं है। हने भीड़ को तितर बितर किया और जुलूस आगे बढ़ा।’ अवर पुलिस आयुक्त मनोज निनामा भी इस दौरान मौके पर पहुंचे और शांति बनाए रखने के लिए अतिरिक्त बल तैनात करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि घटना की जांच के आदेश दिए गये हैं। किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है।
वहीं इस मामले में बजरंग दल ने साजिश की बात कही है। बजरंग दल के बड़ोदरा इकाई के अध्यक्ष केतन त्रिवेदी ने दावा किया कि साजिश के तहत पथराव किया गया।