Varanasi: पहाड़ी क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश के चलते वाराणसी में जहाँ एक तरफ गंगा का जलस्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है वहीं दूसरी तरफ शहर में हुई एक-दो घंटे की बारिश ने नगर निगम की पोल खोल दी है। बारिश होने के बाद पुरे शहर में जलजमाव की स्थिति बन गई। जितना लोग झमाझम बारिश को देखकर खुश हुए उससे कई गुना ज्यादा दुखी वह घंटों जाम में फसने के कारण हो गये।


यूं कहा जा सकता है कि गंगा का जलस्तर बढ़ना या घटना हमारे हाथ में नहीं वह प्रकृति की देन है लेकिन करोड़ो का टेंडर लेने के बाद शहर में इस प्रकार की जलजमाव की स्थिति नगर निगम पर कई सवाल खड़े कर देता है।

varanasi के विभिन्न क्षेत्रों में जलजमाव से लोग परेशान
वाराणसी (Varanasi) का चाहे कबीरचौरा का इलाका हो या फिर नई सड़क, गिरजाघर का इलाका हो या फिर कैंट, अंधरापुल हो या फिर काशी के विभिन्न क्षेत्र हर जगह जलजमाव की स्थिति नजर आई।

आलम ये रहा कि अपने-अपने घर से काम के लिए निकले लोग घंटों जाम में फसे रहे। एक तरफ सड़क पर लगा पानी, दूसरी तरफ बारिश और उसी में भीषण जाम… लोगों का हाल बेहाल हो गया।

अब बात यह है कि नगर निगम के तमाम वादें और तमाम कार्य, जो हमें जमीनी स्तर पर तो होती नजर आती है लेकिन असल में क्या कार्य होते हैं वो नगर निगम के अधिकारी ही जानें। खैर बात यह है कि स्मार्ट सिटी काशी इस प्रकार से बदहाली नजर आना..क्या स्मार्ट सिटी (Varanasi) के विकास पर यह एक धब्बा नहीं?


आखिर कब तक विकास के राह पर चल रहे कार्य के पीछे काशीवासियों को अँधेरा देखने को मिलेगा? और जब-जब मौसम अपना रुख बदलेगा तो आलाधिकारियों के कारनामें और काशी के विकास की ढोल में पोल नजर आएगा।

