Varanasi: कोतवाली थाना क्षेत्र स्थित ईश्वरगंगी (डीएवी कॉलेज गेट) पर अतिक्रमण हटाने पहुंची नगर निगम की टीम और क्षेत्रीय पार्षद पति के बीच शुक्रवार को विवाद इतना बढ़ गया कि मामला हाथापाई तक जा पहुंचा। दोनों पक्षों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है, वहीं पूरी घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया है, जो इस टकराव को और अधिक स्पष्ट करता है।
फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि नगर निगम की उड़ाका टीम के सदस्य पार्षद पति को खींचते नजर आ रहे हैं। वह एक खंभे का सहारा लेकर खुद को संभालने की कोशिश करता है और लगातार चिल्लाता रहा, “मैं पार्षद हूं, मैं पार्षद हूं,” लेकिन नगर निगम कर्मियों (Varanasi) ने उसकी एक भी नहीं सुनी। वीडियो में यह भी दिखा कि जब एक सहयोगी पार्षद पति को बचाने आता है तो उसके साथ भी धक्कामुक्की और दुर्व्यवहार किया जाता है।
पार्षद का आरोप – ‘पहचाने बिना की गई मारपीट’
घटना के बाद पार्षद सुनील यादव ने आरोप लगाया कि नगर निगम की टीम ने उन्हें पहचाना नहीं और बदसलूकी की। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने पूछताछ की तो टीम के एक सदस्य ने जवाब दिया, “तुम कौन होते हो बोलने वाले?” जब उन्होंने खुद को पार्षद बताया, तब भी उनके साथ दुर्व्यवहार हुआ और मारपीट तक की गई।
सुनील यादव ने यह भी आरोप लगाया कि उड़ाका दल के प्रमुख कैप्टन हेमेन्द्र सिंह मनमानी कर रहे थे और किसी की सुनवाई नहीं हो रही थी। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है।
दूसरी ओर, कैप्टन हेमेन्द्र सिंह ने अपनी सफाई में कहा कि पार्षद ने खुद को पहचान नहीं कराया और सीधे बहस करने लगे। “हम कैसे जानें कि वह पार्षद हैं? उनके माथे पर तो नहीं लिखा था,” उन्होंने कहा। उड़ाका दल के अनुसार, अतिक्रमण हटाने के दौरान किसी ने पहचान नहीं दी और जब उन्हें रोका गया, तो बहस और धक्का-मुक्की शुरू हो गई।
Varanasi: धरने पर बैठे स्थानीय लोग और पार्षद
घटना के बाद डीएवी कॉलेज गेट के पास (Varanasi) स्थानीय लोग और पार्षद विरोध में धरने पर बैठ गए। काफी देर तक वहां तनाव का माहौल बना रहा, जिसके बाद मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने ले जाकर पूछताछ की।
नगर आयुक्त ने लिया संज्ञान, अधिकारी निलंबित
शाम होते-होते नगर निगम प्रशासन (Varanasi) ने मामले का संज्ञान लेते हुए चार सदस्यीय जांच समिति का गठन कर दिया है। यह समिति दो दिन के भीतर अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। प्राथमिक कार्रवाई के तहत उड़ाका दल के प्रमुख कैप्टन हेमेन्द्र सिंह को निलंबित कर दिया गया है और उनका वेतन भी रोक दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, डीएवी कॉलेज गेट (Varanasi) के पास लंबे समय से हो रहे अतिक्रमण से छात्रों को परेशानी हो रही थी। इस शिकायत पर नगर निगम की उड़ाका टीम दोपहर करीब 12 बजे मौके पर पहुंची और कार्रवाई शुरू की। इसी दौरान पार्षद वहां पहुंचे और स्थिति ने तूल पकड़ लिया।