Varanasi: नवागत मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने पदभार संभालने के बाद अपने प्रशासनिक तेवरों का पहला संकेत देते हुए कमिश्नरी परिसर का बृहद निरीक्षण किया। यह औचक निरीक्षण उन्होंने कार्यभार ग्रहण करने के अगले ही दिन किया, जिससे कमिश्नरी कर्मचारियों में हलचल का माहौल देखा गया। इस दौरान मंडलायुक्त ने परिसर में स्थित विभिन्न न्यायालयों, कक्षों और विभागीय अभिलेखों की दशा को गंभीरता से परखा।
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने न्यायालयों में लंबित वादों से जुड़ी पत्रावलियों, न्यायिक कार्यों से संबंधित दस्तावेज़ों और उनके रख-रखाव की व्यवस्था की बारीकी से जांच की। उन्होंने सभी न्यायालय कक्षों, राजस्व अभिलेखागार, मंडलीय राहत कक्ष, नजारत, स्टेनो कक्ष, आंग्ल अभिलेखागार, सांख्यिकीय कक्ष, पुस्तकालय और प्रशासनिक सुधार कक्ष सहित लगभग सभी विभागीय इकाइयों का अवलोकन किया। इस निरीक्षण के दौरान पत्रावलियों की सुरक्षा और व्यवस्थित संरचना पर विशेष ध्यान दिया गया।

मंडलायुक्त राजलिंगम ने निर्देशित किया कि परिसर की स्वच्छता और सुरक्षा व्यवस्था में कोई कोताही न बरती जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभिलेखों का रखरखाव प्रशासनिक पारदर्शिता और जवाबदेही के लिए अत्यंत आवश्यक है। इस क्रम में उन्होंने यह भी कहा कि सभी फाइलों का उचित वर्गीकरण हो, ताकि स्थायी और अस्थायी रिकार्ड को स्पष्ट रूप से अलग किया जा सके। साथ ही, उन्होंने प्रत्येक पटल पर एक मास्टर रजिस्टर बनाए जाने और अतिरिक्त कार्मिकों की तैनाती कर फाइलों की सूचीबद्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।
Varanasi: कार्यप्रणाली से भी हुए रूबरू
निरीक्षण के दौरान मंडलायुक्त ने सभी पटल सहायकों से परिचय प्राप्त किया और उनके कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कर्मचारियों को प्रोत्साहित करते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि आमजन की समस्याओं का शीघ्र निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए, जिससे प्रशासनिक कार्यप्रणाली में जनता का भरोसा और सुदृढ़ हो सके।
इस निरीक्षण के समय अपर आयुक्त प्रशासन राकेश गुप्ता, अपर आयुक्त सुभाष यादव, अपर निदेशक सूचना सुरेंद्र नाथ पाल, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अविनाश शर्मा समेत कमिश्नरी के अन्य कर्मचारी भी मौजूद रहे। सभी अधिकारियों ने मंडलायुक्त के निर्देशों को गंभीरता से लेते हुए उनके क्रियान्वयन की तत्परता दिखाई।