बीते दिनों वाराणसी (Varanasi) में हुए आंगनबाड़ी कार्यकत्री की मौत ने समाज को झकझोर दिया है—जहाँ प्रेम और विश्वास की जगह जबरन संबंधों का दबाव और धमकियाँ हावी हो गईं। पति-पत्नी की साजिश, खून से सनी वारदात और सीसीटीवी फुटेज में दर्ज हर कदम ने यह साबित कर दिया कि जब रिश्ते सम्मान से हटकर मजबूरी और टॉर्चर में बदलते हैं, तो उनका अंत केवल त्रासदी में होता है।
जानिए कैसे दिया वारदात को अंजाम
वाराणसी में शिवपुर थाना क्षेत्र में लक्ष्मणपुर में आंगनबाड़ी कार्यकत्री अनुपमा पटेल की हत्या का खुलासा एडीसीपी नीतू कादयान ने शुक्रवार की शाम प्रेस कांफ्रेंस करके दी। एडीसीपी नीतू कादयान (Varanasi) ने बताया कि मोहित यादव नामक युवक ने स्वीकार किया कि उसका आंगनबाड़ी कार्यकत्री से वर्षों से अवैध संबंध था। समय के साथ वह इन संबंधों से दूरी बनाना चाहता था, लेकिन महिला लगातार दबाव डालती रही।

इस टॉर्चर से तंग आकर उसने अपनी पत्नी अंजली के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई। बीते गुरुवार को उसने इस वारदात (Varanasi) को अंजाम दिया गया। पहले महिला का गला काटा गया और फिर सिर को कुचला और फिर कमरे का दरवाजा बंद करके फरार हो गया।
Varanasi: पुलिस की जांच और गिरफ्तारी
एडीसीपी नीतू कादयान ने बताया कि क्राइम ब्रांच ने 200 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इन्हीं फुटेज में आरोपी पति-पत्नी की गतिविधियां दर्ज हुईं। लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र से दोनों को गिरफ्तार किया गया। फोरेंसिक टीम ने वारदात में प्रयुक्त ब्लेड और बट्टा बरामद किया। साथ ही महिला के करीब 2 लाख के गहने और 73 हजार से अधिक नकदी भी उनके पास से मिली, जिसे हत्या के बाद घर से चुराकर ले जाया गया था। वारदात के बाद आरोपी ने कपड़े भी बदल लिए थे ताकि पहचान छिपाई जा सके।
पूछताछ में मोहित ने स्वीकार किया कि महिला के दबाव और धमकियों से वह मानसिक रूप से टूट चुका था। पत्नी के साथ मिलकर उसने हत्या (Varanasi) की योजना बनाई और उसे अंजाम दिया। यह कबूलनामा न केवल अपराध की पुष्टि करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि अवैध संबंध किस तरह हिंसा और अपराध में बदल सकते हैं।

