Varanasi: शहर में यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रस्तावित मार्ग योजना और बार कोड प्रणाली के खिलाफ वाराणसी के ई-रिक्शा चालकों का धरना दूसरे दिन भी जारी है। प्रशासन ने शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए ई-रिक्शा चालकों के लिए बार कोड लागू करने की घोषणा की है, लेकिन इस निर्णय का विरोध करते हुए टोटो चालकों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है।
चालकों का कहना है कि वर्तमान समय में ई-रिक्शा चलाना उनके परिवार के लिए आय का एकमात्र स्रोत है। कई चालक अपनी गाड़ियों को फाइनेंस पर लेकर चलाते हैं, जिससे उन्हें कर्ज चुकाने का दबाव भी रहता है। नए नियमों और प्रतिबंधों के कारण उन्हें गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, जिससे कुछ चालकों ने आत्महत्या करने की धमकी दी है।

Varanasi: ई-रिक्शा चालकों ने प्रशासन पर लगाया भेदभाव का आरोप
चालकों का आरोप है कि शहर में अन्य सभी वाहनों का संचालन बिना किसी प्रतिबंध के जारी है, जबकि उनके लिए अलग-अलग नियम लागू किए जा रहे हैं। वे मानते हैं कि यदि प्रशासन उन्हें सही तरीके से प्रशिक्षण प्रदान कर और उचित दिशा-निर्देश दे, तो ट्रैफिक जाम की समस्या का समाधान संभव है। हालांकि, प्रशासन की ओर से उनके साथ भेदभावपूर्ण और मनमानी व्यवहार किए जाने के कारण वे अत्यंत निराश और आहत हैं।