Varanasi: एक ओर काशी के पार्कों का सुन्दरीकरण करना और उन्हें एक-एक सुविधाओं से लैस करना प्रशासन व नगर निगम ने अपना लक्ष्य बताया है। वहीं दूसरी तरफ इन लक्ष्यों पर पानी फेरता नजर आ रहा है, इन पार्कों में लगा गंदगी का अंबार और तालाबों में मरी हुई मछलियाँ…
हम बात कर रहे हैं वाराणसी (Varanasi) के कोतवाली क्षेत्र स्थित भारतेंदु हरिश्चंद्र उद्यान (कंपनी गार्डन) की, जो आजकल लोगों की टहलने और योग की जगह नहीं, बल्कि मृत मछलियों और उनसे होने वाली दुर्गन्ध के अंबार से भरी पड़ी है।
Varanasi: तालाब में मरी सैकड़ों मछलियाँ
जहां बारिश को आमतौर पर लोगों को गर्मी से राहत मिलती है और तो और कई बार तो बारिश को जीवनदायी माना जाता है, वहीं कंपनी गार्डन में इस बार बारिश ने जिंदगी की बजाय गंध की गंगा बहा दी है। कभी सुबह-शाम की सैर के लिए जाना जाने वाला यह पार्क अब मरे हुए मछलियों की कब्रगाह और बदबू के गैस चैंबर में तब्दील हो गया है।

लगातार हो रही बारिश के चलते कंपनी गार्डन में गंदगी का जो आलम व्याप्त हो गया है, उससे वहां स्थित तालाब में मछलियां मरने लगी हैं। यह पार्क प्रतिदिन सुबह-शाम स्थानीय लोगों के लिए टहलने के लिए बेहद लोकप्रिय है, लेकिन बारिश के कारण आसपास के क्षेत्रों की गंदगी पार्क के तालाब में जमा हो रही है, जिससे स्थिति चिंताजनक हो गई है। यहाँ तालाब में मरी हुई मछलियों की गंध के चलते लोगों का पार्क में टहलना दुश्वार हो गया है।

पार्क (Varanasi) के तालाब में जमा गंदगी के कारण बड़ी संख्या में मछलियां प्रभावित हुई हैं, जिनमें से कई मर चुकी हैं। मरी हुई मछलियों के कारण तालाब से तेज बदबू फैल रही है, जिससे टहलने आने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय निवासी कृष्ण कुमार आर्य ने बताया, “हम लोग प्रतिदिन यहां टहलने आते हैं, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से तालाब (Varanasi) की गंदगी के कारण मछलियां मर रही हैं। इससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है और बदबू के कारण यहां खड़ा होना मुश्किल हो गया है। पहले यहां काफी भीड़ हुआ करती थी, लेकिन अब लोग यहां आने से कतरा रहे हैं।”
स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि कंपनी गार्डन पार्क में जल्द से जल्द साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए ताकि टहलने वालों को परेशानी न हो और पार्क का पर्यावरण स्वच्छ रहे। अब देखना यह होगा कि जिस प्रकार से गंदगी का अंबार लगा हुआ है, वह कब और कैसे हटेगा और किस प्रकार की कार्य प्रणाली देखने को मिलेगी।