वाराणसी। रिंग रोड परियोजना के गंगा सेतु (Varanasi Ganga Bridge) की लंबाई 270 मीटर और बढ़ेगी। इसके लिए 18 पिलर (वेल) बढ़ाने पर सहमति बनी है। इसके लिए 15 करोड़ रुपये और खर्च किए जाएंगे। गंगा कटान के मद्देनजर पुल की लंबाई बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
गंगा सेतु (Varanasi Ganga Bridge) की लंबाई पहले 1472 मीटर स्वीकृत की गई थी, लेकिन अब यह 1742 मीटर लंबा होगा। गंगा कटान के चलते पुल की लंबाई बढ़ाने का निर्णय लिया गया। सड़क परिवहन मंत्रालय ने पिलर वृद्धि प्रस्ताव को सहमति प्रदान की है। ऐसे में अप्रोच मार्ग के हिस्से में आंशिक संशोधन किया गया है। पुल बनाने के लिए 36 जगहों पर पाइलिंग हो चुकी है। वाराणसी के बभनपुरा गांव से चंदौली के रेवसा गांव के बीच गंगा में पिलर (Varanasi Ganga Bridge) का बेस तैयार हो रहा है। चंदौली में रेलवे ओवरब्रिज और सड़क बनाने का काम जारी है।
Varanasi Ganga Bridge : पूरा हो चुका फेज टू प्रोजेक्ट
रिंग रोड फेज वन और फेज टू प्रोजेक्ट (Varanasi Ganga Bridge) पूरा हो चुका है। इससे शहर को करीब ढाई साल से जाम से राहत मिली है, क्योंकि कानपुर, फतेहपुर, बुंदेलखंड, प्रयागराज और भदोही आने वाले वाहनों को गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, गोरखपुर, जौनपुर, सुल्तानपुर व लखनऊ समेत कई जिलों में जाने के लिए शहर में दाखिल नहीं होना पड़ता। रिंग रोड से बाहर निकल जाते हैं। करीब डेढ़ साल से रिंग रोड का विस्तारीकरण हो रहा है।
इससे चंदौली और सासाराम समेत बिहार के कई जिलों के लोगों को राहत मिलेगी। एनएचआई वाराणसी के प्रोजेक्ट (Varanasi Ganga Bridge) डायरेक्टर आरएस यादव ने बताया कि पुल की लंबाई में वृद्धि कर दी गई है। यह निर्णय कटान से सुरक्षा के लिए लिया गया है। काम समय से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है।