Varanasi: गंगा के जल स्तर में तेजी से बढ़ाव के बाद बुधवार की शाम से जलस्तर में कमी आई है। हालांकि गंगा अस्सी घाट की आरती स्थल तक पहुंच चुकी हैं। अस्सी से राजघाट के बीच घाट के किनारे मौजूद छोटे-छोटे मंदिर पानी में डूब चुके हैं।
कई घाटों का संपर्क पहले ही टूट चुका था। जलस्तर बढ़ जाने से काशी के महाश्मशान मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट पर शवदाह करने वालों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक जलस्तर 62.75 मी पहुंच गया है।
केंद्रीय जल आयोग के अनुसार, बुधवार की सुबह 8 बजे गंगा के जल स्तर में 2 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ाव दर्ज किया गया। फ्लड बुलेटिन के मुताबिक, सुबह 8 बजे जलस्तर 62.64 मी था। हालांकि दिन में बढ़ाव की रफ्तार धीमी पड़ी और यह प्रति दो घंटे 1 सेंटीमीटर तक पहुंच गई थी। बुधवार शाम 5 बजे के बाद जलस्तर में ठहराव हो गया।
Varanasi: जलस्तर स्थिर होने से लोगों ने ली राहत की सांस
अब तक गंगा तट के निचले हिस्सों के कई मंदिर डूब चुके हैं। सीढ़ियां जल समाधि ले चुकी हैं। घाटों का संपर्क टूटा हुआ है। दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती के स्थान में भी बदलाव किया गया है। पहाड़ों और मैदानी इलाकों में बरसात स्थिर होने के कारण जलस्तर में ठहराव आया है। जलस्तर स्थिर होने से नाविकों और पंडों ने राहत की सांस ली है।