Varanasi: जब चिलचिलाती धूप और उमस से लोग घरों से निकलने में हिचक रहे हैं, तब काशी में श्रद्धा की अग्नि और भी तेज जल रही है। धर्म की राजधानी कही जाने वाली वाराणसी में आस्था ने मौसम की परीक्षा में विजय पा ली है। श्री काशी विश्वनाथ धाम में प्रतिदिन एक से डेढ़ लाख श्रद्धालु बाबा विश्वनाथ के दर्शन को उमड़ रहे हैं, जो यह दिखाता है कि श्रद्धा के सामने मौसम की बाधाएं भी बौनी पड़ जाती हैं।
Varanasi: मंदिर में लगातार जारी है आस्था का मेला
उत्तर भारत की गर्मी जहां लोगों को घरों में बंद रहने पर मजबूर कर रही है, वहीं काशी विश्वनाथ मंदिर (Varanasi) का परिसर श्रद्धालुओं की भीड़ से हर दिन गुलजार हो रहा है। सुबह से लेकर देर रात तक बाबा के भक्त दर्शन-पूजन के लिए कतारों में खड़े नजर आते हैं, बिना मौसम की परवाह किए।
मंदिर प्रशासन ने किया उमस और गर्मी से बचाव का इंतजाम
श्रद्धालुओं की इस भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने गर्मी से राहत देने के तमाम प्रबंध किए हैं। पूरे कॉरिडोर परिसर(Varanasi) को जर्मर हैंगर से ढका गया है ताकि धूप सीधे श्रद्धालुओं पर न पड़े। मंदिर तक पहुंचने वाले रास्ते पर जूट के मैट बिछाए गए हैं, जिससे तपती जमीन पर चलना आसान हो सके।
कॉरिडोर क्षेत्र में जगह-जगह पीने के पानी, कूलर, पंखों और ओआरएस घोल की व्यवस्था की गई है, ताकि कोई श्रद्धालु गर्मी की वजह से असहज महसूस न करे। मंदिर प्रशासन की ये व्यवस्थाएं श्रद्धालुओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं लग रही हैं।
बाबा के दर्शन के लिए पहुंचे एक श्रद्धालु ने कहा कि गर्मी चाहे जितनी हो, बाबा के दर्शन के लिए कुछ भी सह लेंगे। यहां जो व्यवस्था है, उससे तो हम बहुत ही सहज अनुभव कर रहे हैं।
वहीं दूसरे श्रद्धालु ने बताया कि जैसी व्यवस्था यहां है, वैसी बहुत कम जगह मिलती है। मंदिर प्रशासन का बहुत-बहुत धन्यवाद। बाबा के दर्शन से मन को शांति मिलती है, गर्मी भूल जाते हैं।