Varanasi: जब भी आपके घर पर किसी की शादी पड़ती है या फिर बच्चा पैदा होता है तो उसके महज कुछ दिन बाद ही नेग लेने और बधाई देने के लिए किन्नर पहुंच जाते है। यही नहीं इस दौरान वह आपसे अच्छी खासी रकम और कभी-कभी तो सोने का सामान भी ले जाते है और यदि आपने देने से इन्कार किया तो वह श्राप देने व नग्न प्रदर्शन करके आतंक मचाने पर आ जाते है। ऐसे में आप डर कर उनकी मुंह मांगी रकम उन्हें दे देते हैं। लेकिन अब आपको इससे डरना की आवश्यकता नही है। आपको बस 112 नंबर पर कॉल करना है और आप पुलिस की मदद ले सकते हैं।
वाराणसी शहर (Varanasi) में इस वक़्त एक अभियान चर्चा में है, जहां उत्तर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से एक पोस्टरों ने लोगों का ध्यान खींचा है। शहर के कई इलाकों में चस्पा इन पोस्टरों में शादी या बच्चे के जन्म पर घर आने वाले किन्नरों के व्यवहार और ‘नेग’ के नाम पर होने वाली जबरदस्ती के खिलाफ पुलिस सहायता लेने की अपील की गई है।

इन पोस्टरों में खास बात यह है कि चार ट्रांसजेंडर व्यक्तियों की तस्वीरें सार्वजनिक की गई हैं, जिसमें जोगेन्द्र उर्फ बेबी, संजय उर्फ संजना, सोनू उर्फ संजू और बनारसी खरवार है और दावा किया गया है कि इन्होंने पुरुष से किन्नर बनने के लिए लिंग परिवर्तन सर्जरी करवाई है। इन्हें “नकली किन्नर” बताया गया है, और जनता को इनके प्रति सतर्क रहने का निर्देश भी दिया गया है। फिलहाल, राज्य सरकार या स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से आधिकारिक तौर पर इनकी पुष्टि नहीं की गई है।
Varanasi: नेग के नाम पर आतंक फैलाने पर पुलिस बुलाने की अपील
पोस्टर (Varanasi) में लिखा गया है कि यदि कोई किन्नर शादी या बच्चे के जन्म पर 1100 रुपये से अधिक की मांग करता है, अश्लील भाषा का प्रयोग करता है या अर्धनग्न प्रदर्शन करता है, तो तत्काल 112 पर कॉल कर पुलिस को सूचित करें। यह भी कहा गया है कि 1100 रुपये शादी में और 500 रुपये बच्चे के जन्म पर ‘नेग’ देने की अधिकतम सीमा है।
ट्रांसजेंडर गुटों में बढ़ती वर्चस्व की लड़ाई
इन दिनों वाराणसी (Varanasi) में किन्नरों के गुटों के बीच वर्चस्व को लेकर झड़पें आम हो गई हैं। बीते 10 मई को पांडेयपुर इलाके में दो गुटों में जमकर मारपीट हुई थी, जिसमें एक-दूसरे के कपड़े फाड़ने से लेकर सार्वजनिक स्थान पर उत्पात मचाया गया। इस घटना के बाद दोनों पक्षों ने थाने में केस दर्ज कराया।
दिसंबर 2024 में भी ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने जिला मुख्यालय (Varanasi) पर प्रदर्शन करते हुए मांग की थी कि नकली किन्नरों की पहचान कर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। अब, सरकारी पोस्टर के जरिए इस मुद्दे को लेकर प्रशासन द्वारा सख्ती दिखाने का दावा किया जा रहा है।