Varanasi: यूपी एटीएस ने एक बार फिर देश की सुरक्षा के खिलाफ गहरी साजिश को नाकाम करते हुए वाराणसी से पाकिस्तानी जासूस को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम तुफैल बताया गया है, जो लंबे समय से भारत के संवेदनशील इलाकों की जानकारी वाराणसी से पाकिस्तान तक पहुंचा रहा था। उसकी गिरफ़्तारी से न केवल सुरक्षा एजेंसियों में सतर्कता बढ़ गई है, बल्कि स्थानीय लोगों में भी गहरा आक्रोश देखने को मिल रहा है।

घर के बाहर जलाया तुफैल का पोस्टर
जैसे ही लोगों को इस बात की सूचना मिली कि वाराणसी (Varanasi) के हनुमान फाटक से पाकिस्तानी जासूस को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, वैसे ही लोगों में बेहद आक्रोश देखने को मिला। गुरूवार की देर शाम जासूस तुफैल के पकड़े जाने के बाद यह खबर शहर में आग की तरह फ़ैल गई। जिसके बाद शुक्रवार को स्थानीय लोग जासूस तुफैल के घर के पास इकठ्ठा होने लगे। देखते ही देखते वहां भीड़ जमा हो गई। सभी लोगों ने अपने हाथों में पाक जासूस तुफैल का पोस्टर ले रखा था।

पकिस्तान मुर्दाबाद के जमकर लगे नारे
इस दौरान स्थानीय लोगों (Varanasi) ने पुरजोर विरोध जताया और पकिस्तान मुर्दाबाद, पकिस्तान होश में आओ के जमकर नारे लगे, इन नारों ने देशहित के लिए पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। प्रदर्शनकारियों ने तुफैल का पोस्टर जलाकर अपना आक्रोश प्रकट किया और चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो देशभर में और भी तीखा विरोध झेलना पड़ेगा।
वहीं जब पत्रकारों ने तुफैल के घरवालों से बातचीत करने की कोशिश की तो वो उन्हें देखते ही घर के अंदर चले गए और दरवाजा बंद कर लिया। इसके साथ ही मामले की गंभीरता और सुरक्षा के मद्देनज़र मौके पर पुलिस बल भी तैनात रहा, ताकि स्थिति नियंत्रण में बनी रहे।

6 साल से varanasi में रह रहा था तुफैल
इसके आलावा जब मीडिया ने तुफैल के एक अन्य रिश्तेदार से बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि तुफैल मेरी बुआ का लड़का था जो 6 साल से यहाँ आकर रह रहा था। हमलोग अपने काम (Varanasi) में व्यस्त रहते थे, वो क्या करता था, क्या नहीं, बस इतना पता है कि वो किसी के अंडर में फर्निचर का काम करता था।हमलोगों को कुछ पता नही था। हमलोगों से कोई मतलब नहीं था। पुलिस आई उनको लेकर गई और छानबीन किया, बाकी हमलोगों को कोई जानकारी नही है।

बाबा का बुलडोजर चलाने की हुई मांग
प्रदर्शन में शामिल क्षेत्रीय (Varanasi) निवासी संदीप सिंह का कहना है कि ऐसे लोग अपनी हरकतों से कभी बाज नहीं आते हैं और इसलिए इन लोगों पर योगी का एक्शन होना चाहिए। इनके घर पर योगी का बुलडोजर चलना चाहिए। ताकि जिस प्रकार से ये हमारे हिन्दुस्तान को तबाह करने का सोच रखते हैं। इनका ठिकाना ही तबाह हो जाए।

ऐसे आतंकियों का नामोनिशान होना चाहिए खत्म
क्षेत्रीय निवासी हिमांशु ने कहा कि देश में तो ऑपरेशन सिंदूर चल रहा है, उसी प्रकार से हमारे देश में हमारे शहर में पल रहे आस्तीन के साँपों को भी खोजा जाए और उनका नामोनिशान खत्म कर दिया जाए। उन्हें ऐसी कड़ी से कड़ी सजा दी जाए कि आगे से ऐसे गद्दार कभी जन्म ना ले पाए।

क्षेत्रीय निवासियों ने यह भी कहा कि हमारे घर के बगल में ऐसे लोग रह रहे थे लेकिन हमें इस बात की भनक तक नही थी। ऐसे लोग हमारे मोहोल्ले हनुमान फाटक (Varanasi) का नाम बदनाम कर रहे है। ऐसे देश के गद्दारों को कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए।

प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग
वहीं अन्य लोगों का यह भी कहना रहा कि भारत के अंदर रहकर जो भारत के साथ गद्दारी करते हैं उनके साथ ऐसा सलूक किया जाए उनकी पीढियां याद रखें। ऐसे गद्दारों का नामोनिशान देश से मिट जाना चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि तुफैल जैसे संदिग्धों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी गतिविधियों में शामिल होने का साहस न करे।

जानिए मामले से जुड़ी पूरी जानकारी
बताते चलें कि यूपी एटीएस ने वाराणसी (Varanasi) से तुफैल नामक व्यक्ति को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया। तुफैल भारत की खुफिया जानकारियाँ पाकिस्तान को भेज रहा था और कई पाकिस्तानी नागरिकों के संपर्क में भी है। जांच में सामने आया है कि तुफैल आतंकी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक के नेता कई वीडियो संदेश व्हाट्सएप ग्रुपों में साझा करता था।

वह बाबरी मस्जिद के साथ-साथ बनारस के राजघाट, नमो घाट, ज्ञानवापी, वाराणसी रेलवे स्टेशन और लालकिला की तस्वीरें पाकिस्तानी संपर्कों को भेजता रहता था। इसके अलावा, वह पाकिस्तानी व्हाट्सएप ग्रुपों के लिंक वाराणसी में साझा करता था ताकि स्थानीय लोग पाकिस्तान से जुड़ सकें। तुफैल 600 से अधिक पाकिस्तानियों के संपर्क में था, जिनमें नफीसा नामक महिला भी शामिल है, जिसके पति का संबंध पाकिस्तानी सेना से है।