Varanasi: सारनाथ थाना क्षेत्र के नक्खी घाट इलाके में सोमवार को एक दर्दनाक हादसे में 80 वर्षीय दयाशंकर गुप्ता, जो एयरफोर्स के रिटायर्ड मेडिकल वारंट ऑफिसर थे, की कमरे में आग लगने से मौत हो गई। यह हादसा हीटर में शॉर्ट सर्किट के कारण हुआ, जिससे कंबल में आग लग गई और पूरे कमरे में आग फैल गई।
अकेले रहते थे दयाशंकर गुप्ता
दयाशंकर गुप्ता अपने घर में अकेले रहते थे। वे दोपहर में मेडिकल स्टोर बंद कर कमरे में आराम करने चले गए थे। हीटर के शॉर्ट सर्किट से निकली चिंगारी ने कंबल को आग पकड़ने पर मजबूर कर दिया। देखते ही देखते पूरे कमरे में आग फैल गई।
कमरा अंदर से बंद था, जिससे उनकी चीख-पुकार बाहर तक नहीं पहुंच पाई। पड़ोसियों ने जब घर से धुआं और लपटें उठती देखीं, तो बचाने की कोशिश की। लेकिन आग की भयावहता और करंट लगने के डर से कोई भी घर के अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया।
Varanasi: पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं। चेतगंज फायर स्टेशन की टीम ने काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। पुलिस ने दयाशंकर का शव उनके जले हुए बिस्तर से बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
एडीसीपी वरुणा टी. सरवणन ने बताया कि आग लगने का कारण हीटर में शॉर्ट सर्किट या ओवरलोड हो सकता है। सीएफओ (चीफ फायर ऑफिसर) मामले की जांच कर रहे हैं।
परिवार और जीवन की झलक
2002 में एयरफोर्स से रिटायर होने के बाद दयाशंकर ने वाराणसी के शिव विहार कॉलोनी में घर बनाया और मेडिकल स्टोर खोला। उनके बेटे-बेटी बेंगलुरु में रहते हैं। उनकी बेटी शशिकला घटना के एक दिन पहले ही वाराणसी आई थीं, लेकिन हादसे के वक्त वह घर पर मौजूद नहीं थीं।
पड़ोसियों की प्रतिक्रिया
पड़ोसी राम देई ने बताया कि दयाशंकर हर दिन दोपहर में खाना खाकर आराम करने जाते थे और शाम को बाहर आते थे। लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि कोई भी अंदर जाकर उन्हें बचा नहीं सका।
Highlights
पुलिस जांच जारी
पुलिस ने घटनास्थल से सबूत इकट्ठा कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट या हीटर के ओवरलोड होने की आशंका है।