Varanasi: समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा को जान से मारने की धमकी मिलने के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। संदीप मिश्रा ने आरोप लगाया कि उन्हें राष्ट्रीय करणी सेना के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह के नाम से एक फोन और व्हाट्सएप के माध्यम से धमकियां मिली हैं, जिसमें उनकी हत्या कर शव फेंकवाने की बात कही गई।
पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर दिया प्रार्थना पत्र
इस गंभीर मामले को लेकर सपा नेताओं के साथ संदीप मिश्रा गुरुवार को पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करने पहुंचे और प्रार्थना पत्र सौंपकर इस मामले (Varanasi ) की जान व अपनी सुरक्षा की मांग की है। वहीं सपा एमएलसी आशुतोष सिंह ने भी इस मामले के साथ साथ बीते दिनों हुए हरीश मिश्रा के मामले को लेकर भी पुलिस से न्यायिक जांच करते हुए दोषी पुलिस अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
सपा नेता को मिली जान से मारने की धमकी
इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा ने आरोप लगाया कि मुझे राष्ट्रीय करणी सेना के जिलाध्यक्ष आलोक सिंह के नाम से एक फोन कॉल आता है, जिसमें मुझे जान से मारने की धमकी दी जाती है। उस व्यक्ति ने मेरे साथ व्हाट्सएप पर भी चैटिंग किया और यह कहा कि मेरी हत्या करके लाश को कहीं फेकवा दिया जाएगा।
इस मामले (Varanasi ) को लेकर सारे सबूत के साथ आज हम सभी लोग जिला मुख्यालय पर पहुंचे हैं और पुलिस कमिश्नर को इस मामले से अवगत कराया है। उन्हें प्रार्थना पत्र सौंपा है। वही पुलिस कमिश्नर ने भी हमें इस मामले को गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए मुकद्दमा दर्ज कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
संदीप मिश्रा ने यह भी बताया कि उन्होंने मुझसे इतना तक कहा कि तुम्हारे राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकते क्योंकि वह सत्ता के शासन में है। मैंने अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी (Varanasi ) की भी मांग की है क्योंकि मैंने यह भी नोटिस किया है कि पिछले दो दिनों से मेरे घर पर रेकी भी हो रही है।
वहीं सपा एमएलसी आशुतोष सिंहा का कहना रहा कि हमारे लोहिया वाहिनी के महानगर अध्यक्ष संदीप मिश्रा को जान से मारने की धमकी दी गई थी जिसे लेकर हम लोगों ने पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की साथ ही साथ एक और मामला जिस पर हमने पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई करने की मांग की है वह है बनारस वाले मिश्रा जी का मामला जिनके घर पर करणी सेवा के कुछ कार्यकर्ताओं ने जाकर उनके साथ मारपीट की और इसके बाद भी उन्हें जेल भेज दिया गया।
उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों से हमने पुलिस आयुक्त (Varanasi ) को अवगत कराया है और यह मांग की है कि जो दोषी पुलिस अधिकारी हैं उन पर सख्ती से कार्रवाई की जाए। आशुतोष सिंह ने आगे कहा कि इस मामले को लेकर पुलिस कमिश्नर ने कोई आश्वासन नहीं बल्कि तत्काल इसे गंभीरता से लेते हुए एसीपी कैंट को फोन करके उन्हें इस कार्य में लगा दिया है।