Varanasi: रामनगर स्थित शास्त्री घाट पर चेंजिंग रूम की छत गिरने की घटना ने तूल पकड़ लिया है। इस घटना को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने घाट निर्माण में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। सपा कार्यकर्ताओं ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा के पास काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।
सपा कार्यकर्ताओं ने मृतक के परिवार के लिए 50 लाख रुपये के मुआवजे और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। उनका कहना है कि महज छह महीने पहले 11 करोड़ रुपये की लागत से बना यह घाट भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है। गुंबद गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई, जिससे निर्माण कार्य में अनियमितताओं की पोल खुल गई। इससे पहले भी घाट पर दो गुंबद गिर चुके हैं, लेकिन प्रशासन और ठेकेदार की मिलीभगत से मामले को दबा दिया गया था। इस बार की घटना ने फिर से भ्रष्टाचार के मुद्दे को हवा दे दी है।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि घाट के निर्माण में शुरू से ही अनियमितताएँ देखने को मिली थीं, लेकिन ठेकेदार और प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत के चलते अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। सपा कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि घाट निर्माण से जुड़े ठेकेदारों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
Varanasi: प्रदर्शनकारियों की प्रमुख माँगें
सपा के बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी ने इस हादसे में मारे गए व्यक्ति के परिवार को 50 लाख रुपये की सहायता राशि और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। सपा की कैंट विधानसभा प्रत्याशी पूजा यादव, महानगर अध्यक्ष अमन यादव, महिला सभा अध्यक्ष आरती यादव और अन्य प्रमुख नेताओं ने घटना स्थल पर विरोध जताया। सपा के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।