Varanasi: “नशा मुक्त युवा फॉर विकसित भारत अभियान” को एक नई दिशा देते हुए रविवार को काशी में ‘संडे फॉर साइकिल’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं, मंत्रीगणों, युवा प्रतिनिधियों और विशिष्ट अतिथियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

इस कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने खुद साइकिल चलाकर युवाओं को फिटनेस (Varanasi) के साथ-साथ नशामुक्त जीवन शैली अपनाने का संदेश दिया। उनके साथ खेल राज्य मंत्री सहित कई कैबिनेट मंत्री, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजदू रहें, जिससे पूरे आयोजन में उत्साह चरम पर पहुंच गया।

डॉ. मांडविया ने कार्यक्रम की शुरुआत हरी झंडी दिखाकर की और इसके बाद युवाओं को संबोधित करते हुए कहा, “देश को यदि विकसित बनाना है तो उसके युवाओं को स्वस्थ और नशा मुक्त बनाना होगा। हमने ‘संडे फॉर साइकिल’ (Varanasi) के जरिए यह संकल्प लिया है कि हर रविवार एक घंटा साइकिल चलाएंगे। यह न केवल हमारे शरीर को स्वस्थ रखेगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी सहायक होगा।”

नशामुक्ति को जन आंदोलन का रूप देने की अपील
उन्होंने युवाओं से नशा मुक्ति अभियान को केवल एक कार्यक्रम तक सीमित न रखने, बल्कि उसे जन आंदोलन बनाने की अपील की। केंद्रीय मंत्री ने कहा, “युवाओं के बीच मादक द्रव्यों का बढ़ता उपयोग एक बड़ी चिंता है। यह केवल व्यक्ति ही नहीं, राष्ट्र की प्रगति के लिए भी खतरा है। यह समय है कि हम सभी मिलकर इसे सामाजिक अभियान बनाएं। हर नागरिक कम से कम पांच लोगों को नशा विरोधी अभियान से जोड़ने का प्रयास करे।”
Varanasi: युवाओं के दम पर विकसित भारत का सपना
कार्यक्रम में केंद्रीय खेल मंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस संबोधन (Varanasi) की भी याद दिलाई जो उन्होंने 15 अगस्त 2022 को लाल किले से किया था। उसमें प्रधानमंत्री ने ‘अमृत काल के पंच प्राण’ के माध्यम से 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की परिकल्पना रखी थी।

डॉ. मनसुख मांडविया ने कहा, “भारत की 65 प्रतिशत आबादी 35 वर्ष से कम आयु की है। यह हमारे लिए शक्ति भी है और भविष्य की संभावना भी। अगर यह युवा पीढ़ी नशे से मुक्त रहकर सकारात्मक ऊर्जा में अपनी शक्ति लगाएगी, तो विकसित भारत का सपना निश्चित ही साकार होगा।”
कार्यक्रम (Varanasi) में हिस्सा लेने आए हजारों युवाओं ने भी नशा मुक्ति के प्रति जागरूकता का परिचय दिया। एकत्रित भीड़ में जोश और ऊर्जा साफ झलक रही थी। साइकिल की गति के साथ जैसे संकल्प भी रफ्तार पकड़ता गया।