Varanasi: लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र के हुकुलगंज मोहल्ले में एक निजी कंपनी में काम करने वाले 30 वर्षीय सागर विश्वकर्मा की आत्महत्या के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। शनिवार की शाम अपने घर में फांसी लगाकर जीवन लीला समाप्त करने वाले सागर की मौत के पीछे का कारण सामने आते ही इलाके में सनसनी फैल गई है।
रविवार को मृतक के पिता गोपाल विश्वकर्मा ने पुलिस थाने में तहरीर देकर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उनके बेटे को सूद पर कर्ज देने वाले लोग लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहे थे। कभी फोन पर धमकियां दी जाती थीं, तो कभी घर आकर डराया धमकाया जाता था। इसी दबाव और मानसिक तनाव (Varanasi) के चलते उनके बेटे ने खुदकुशी जैसा कदम उठाया।
Varanasi: धमकियों ने युवक को तोड़ दिया था पूरी तरह
तहरीर में हुकुलगंज निवासी काजू रावत और सोयेपुर निवासी एक व्यक्ति चंद का नाम प्रमुख रूप से शामिल है, जिन्हें सूदखोरी में लिप्त बताया गया है। गोपाल विश्वकर्मा के अनुसार, सागर ने इन लोगों से ब्याज पर पैसा लिया था, लेकिन चुकाने के बावजूद बढ़ते ब्याज और लगातार हो रही धमकियों ने उसे पूरी तरह तोड़ दिया था। परिजनों का कहना है कि सागर लगातार प्रयास करता रहा कि वह कर्ज उतार सके, लेकिन सूदखोरों की शर्तें और ब्याज दरें इतनी क्रूर थीं कि वह कर्ज के जाल में फंसता चला गया।
पिता ने पुलिस से मांग की है कि बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार सूदखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। पुलिस (Varanasi) ने मामले की जांच शुरू कर दी है।