Painting of Shri Ram : श्रीराम के प्रति तत्क्षण उपजी मेरी श्रद्धा के कारण ही वे पत्थर पानी पर तैरने लगे।’ यह प्रसंग बताता है कि श्रद्धा से ही प्रभु को प्रसन्न किया जा सकता है। पूरे देश में इस वक्त राम नाम की गूंज है। हर कोई उस क्षण का बेसब्री से इंतज़ार कर रहा है, जब उनके प्रभु श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा होगी और वो अपने नव्य-भव्य-दिव्य राम मंदिर के गर्भगृह में विराजित हो जाएंगे। ऐसे ही रामलला की प्राण प्रतिष्ठा [Painting of Shri Ram] हर उस सनातनी की आस्था है, जिसे राम के प्रति श्रद्धा है। सभी लोग अपने-अपने अनोखे ढंग से प्रभु श्री राम के प्रति श्रद्धा दिखा रहे हैं।

अंकिता का नाम ग्रेटेस्ट वर्ल्डस रिकार्ड्स में दर्ज
इसी कड़ी में हर व्यक्ति अपने चक्षुओं से इस अद्भुत, अविस्मरणीय पल को अपने ज्ञान चक्षुओं में संजोने में लगी काशी की अंकिता ने मेहंदी के जरिए भगवान श्रीराम की पेंटिंग [Painting of Shri Ram] बनाई है। जिसे निहारते लोगों की आंखें नहीं थक रही। वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के विजुअल आर्ट्स की छात्रा रही अंकिता वर्मा गाजीपुर की रहने वाली हैं, उनके द्वारा मेंहदी से भगवान श्रीराम की नेत्रप्रिय छवि बनाई गई है, जिसे ग्रेटेस्ट वर्ल्डस रिकार्ड्स में दर्ज किया गया है।

वर्थी वेलनेस फाउंडेशन राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार से किया गया सम्मानित
अंकिता द्वारा बनाई गई इस छवि [Painting of Shri Ram] का विमोचन शुक्रवार, 19 जनवरी को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ विश्वविद्यालय के सोशलवर्क विभाग के राजाराम शास्त्री सभागार में कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी के द्वारा किया गया। इसके साथ ही इस दौरान कलाकार अंकिता वर्मा को काशी विद्यापीठ के ललित कला विभाग के विभागाध्यक्ष डॉक्टर सुनील कुमार विश्वकर्मा द्वारा प्रमाण पत्र व मेडल दिया गया और इसके साथ ही साथ डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा के तरफ वर्थी वेलनेस फाउंडेशन राष्ट्रीय प्रतिष्ठा पुरस्कार से भी अंकिता को नवाजा गया।

Painting of Shri Ram : इस तरह तैयार की प्रभु श्री राम की छवि
अंकिता के मुताबिक, उन्होंने हाथों में रचने वाली मेंहदी का घोल तैयार कर, सूखने के उपरांत मेंहदी धरातल से छूटे नहीं, जिसके लिए उन्होंने घोल में लिक्विड का प्रयोग कर कोन बनाकर अपने इस मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी के चित्र के कार्य को पूर्ण किया। विश्वविद्यालय में परीक्षा एवं शीत लहर के कारण विमोचन [Painting of Shri Ram] में इंतजार करना पड़ा।
3 घंटे 24 मिनट की लगातार मेहनत ने लाया रंग
अंकिता ने बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी जी के कार्य और उनके विचारों से प्रभावित होकर यह कार्य किया। यह कार्य करने को अंकिता वर्मा ने बहुत पहले से ही मन बना लिया था जिसे उन्होंने सितंबर 2023 में पूर्ण किया। 4 फिट लंबे और 2 फिट चौड़े डब्लू पी सी बोर्ड पर लगातार कुल 3 घंटे 24 मिनट का समय [Painting of Shri Ram] में कड़ी मेहनत के साथ पूरा किया। बाते कि मेंहदी का भी कोर्स आपने छोटी उम्र में पूर्ण कर पहला स्थान लाकर प्रमाण पत्र हासिल किया था।

इससे पूर्व चावल के दानों से बनायी थी PM मोदी की तस्वीर
बताते चलें कि इससे पहले भी अंकिता ने प्रधानमंत्री मोदी से प्रभावित होकर 25,001 राम नाम लिखित चावल के दानों से पीएम मोदी का चित्र बनाया था और अपना नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया में दर्ज किया था। वहीं अंकिता की यह भी इच्छा है कि वह अपने हाथों से बनाई गई इस पीएम मोदी के चित्र को उन्हें भेंट करें। लेकिन किसी न किसी समस्याओं के कारण यह अभी तक संभव नही हो पाया है।
कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी जी ने अंकिता के प्रतिभा की सराहना करते हुए कहा कि आज हमारे कॉलेज की छात्रा अंकिता ने एक बहुत ही सुंदर कलाकृति बनाई है, यह भी हमारे विश्वविद्यालय के लिए बहुत ही गौरव का विषय है। किसी भी बच्चे के लिए उसके परिवार के लिए और विश्वविद्यालय के लिए अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त करना बहुत ही गौरव की बात है।