वाराणसी। मंडल रेल प्रबंधक रामश्रय पाण्डेय के निर्देशन में विश्व एड्स दिवस के अवसर पर गुरुवार को पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के मंडलीय चिकित्सालय लहरतारा पर चिकित्सा अधिकारियों द्वारा मरीजों एवं कर्मचारियों को एचआईवी संक्रमण के प्रसार की वजह से होने वाली एड्स महामारी की भयावहता सम्बन्धी विस्तृत जानकारी दी गई। इसके साथ ही मंडल चिकित्सालय पर बैनर एवं पोस्टरों के माध्यम से एड्स (एचआईवी) महामारी के प्रति जागरूक रहने का संदेश दिया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० आर० जे० चौधरी ने बताया कि प्रारंभ में विश्व एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था। परन्तु बाद में पता चला कि एचआईवी संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इसके बाद वर्ष 1996 में HIV / AIDS पर संयुक्तराष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर इसके प्रचार-प्रसार का काम संभालते हुए साल 1997 में विश्व एड्स अभियान के तहत रोकथाम और शिक्षा पर कार्य करना शुरू किया।
एड्स के लक्षण (Aids Symptoms)
- वजन का काफी हद तक काम हो जाना,
- लगातार खांसी बने रहना,
- बार-बार जुकाम का होना,
- बुखार,
- सिरदर्द,
- थकान,
- शरीर पर निशान बनना (फंगल इन्फेक्शन के कारण),
- हैजा एवं
- लसीकाओं में सूजन होना।
इन 5 तरह के लोगों को हो सकता है एड्स
- एचआईवी पॉजिटिव व्यक्ति के साथ असुरक्षित यौन संबंध।
- खून चढ़ाने के दौरान एचआईवी एफेक्टेड ब्लड का उपयोग।
- एचआईवी से ग्रसित मां से बच्चे में जा सकता है वायरस।
- किसी डॉक्टर द्वारा एक ही सिरिंज का इस्तेमाल बार-बार करना।
- नाई या टैटू की शॉप पर इंफेक्टेड चीजों के इस्तेमाल से।
इस अवसर पर अपर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ० आर० आर० सिंह, डॉ० सुनन्दा चतुर्वेदी, डॉ० नीरज, डॉ० कल्पना दूबे, डॉ० ए० के० सिंह तथा मंडल चिकित्सा अधिकारी डॉ० मोनिका शुक्ला एवं डॉ० अमरनाथ ने अपने –अपने विचार व्यक्त करते हुए उक्त सावधानियों को अपनाकर एड्स से सुरक्षित रहने का उपाय बताया।