रानी मुखर्जी चुलबुली और खुद में मस्त रहने वाली लड़की है। फिल्मों में वे हमेशा से ही अलग- अलग तरह के किरदार निभाती हैं। उनकी फिल्म मिसेस चटर्जी वर्सेस नॉर्वे बहुत जल्द ही रिलीज होने वाली है इस फिल्म की कहानी एक अलग तरह की है। इस फिल्म में रानी मुखर्जी एक ऐसी मां के किरदार में हैं जिन्हें अपने ही बच्चों से अलग कर दिया जाता। फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे नॉर्वे की सरकार अपने देश के कानूनों का हवाला देकर वहां रह रहे भट्टाचार्य परिवार पर सरकारी दिशा-निदेर्शों के अनुरूप बच्चों की परवरिश नहीं किये जाने का इल्जाम लगाती है और फिर उनसे उनके दोनों बच्चों को छीन लेती है। बता दें कि यह फिल्म रिलीज के लिये एकदम तैयार है। आप को बताते चले कि मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे’ की कहानी सच्ची घटना पर आधारित है। हाल ही में मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे के ट्रेलर के रिलीज किए जाने के बाद इस फिल्म में दर्शाये गये विषय की खूब चर्चा हो रही है।

बता दें कि दुनिया के अलग-अलग देशों में रहने वाले कई परिवार इस तरह की परेशानियों और परिस्थितियों से रूबरू चुके हैं जो अब फिल्म के ट्रेलर के रिलीज किए जाने के बाद भावुक हो अपनी आपबीती एक दूसरे को सुना रहें हैं। सागरिका भट्टाचार्य ने फिल्म के ट्रेलर को देखने के बाद अपनी पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुश्किल हालातों पर बनी फिल्म का ट्रेलर देखना उनके लिए एक बेहद जजबाती पल था।

बताया जाता है कि साल 2011 में सागरिका भट्टाचार्य और अनुरूप भट्टाचार्य पर तीन साल के बेटे अविज्ञान और एक साल की बेटी ऐश्वर्या को अपने बिस्तर पर सुलाने, सही तरीका का भोजन नहीं खिलाने, सही तरह के कपड़े नहीं पहनाने से लेकर तमाम तरह के आरोप लगाए गये थे जिसके बाद नॉर्वे के अधिकारियों ने दोनों बच्चों को अपनी कस्टडी में लिया था और फिर शुरू हुआ बच्चों को वापस पाने का सागरिका और अनुरूप का संघर्ष जो काफी लम्बा चला।

सागरिका भट्टाचार्य ने मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे जैसी फिल्म बनाए जाने पर कहा रानी मुखर्जी ने जिस तरह से मेरे दुख-दर्द और मेरे बच्चों को वापस पाने के संघर्ष को जीवंत अंदाज में पर्दे पर पेश किया, उसके? लिए मैं रानी मुखर्जी का शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। रानी मुखर्जी खुद भी एक मां है और मैं उनकी शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने एक मां की दर्द भरी दास्तां को बेहद गरिमा के साथ पर्दे पर उतारा है। उन्हें ट्रेलर में देखकर मैं अपने आंसुओं को नहीं रोक पाई।
sudha jaiswal