सपा मुखिया अखिलेश ने यूपी के प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते जनता के प्रति सद्भाव रखने और भड़काऊ बयानों से बचने का भी सुझाव दिया है
लखनऊ। मंगलवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के प्रवक्ताओं के साथ अहम बैठक की। सूत्रों के मुताबिक बताते कि बैठक में सपा के द्वारा धार्मिक और यूनिफॉर्म सिविल कोड जैसे राम मंदिर पर पार्टी का पक्ष रखने के तरीके पर चर्चा की हुई।

वहीं बैठक में धार्मिक और जातीय मुद्दे पर टिप्पणी करने से पहले विचार और शब्दों के चयन पर भी अहम वार्ता हुई। पर बैठक में स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान पर किसी प्रवक्ता ने कोई टिप्पणी नहीं की।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ पार्टी के प्रवक्ता और राष्ट्रीय स्तर के वक्ताओं ने पार्टी की तरफ से चर्चा की जाने को लेकर सुझाव भी प्रस्तुत किए। जातिवाद प्रवक्ताओं को आंकड़े बताते हुए अभी निर्देशित किया गया की जातीय समीकरण को देखते हुए नेताओं के बयानों पर टिप्पणी किया जाए।
बैठक में सपा मुखिया अखिलेश ने यूपी के प्रमुख विपक्षी दल होने के नाते जनता के प्रति सद्भाव रखने और भड़काऊ बयानों से बचने का भी सुझाव दिया है। मौजूदा समय में देश देश में चल रही यूनिफॉर्म सिविल कोड, ज्ञानवापी, राम मंदिर, मणिपुर हिंसा जैसे मुद्दों पर पक्ष रखने के तरीके में सावधानी बरतने के साथ ही शब्दों के चयन पर भी ध्यान रखने की बात कही गई है।