इस वर्ष जम्मू और कश्मीर का दौरा करने वाले पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या, केंद्र शासित प्रदेश में हुए समग्र विकास और परिवर्तन की गवाही देती है। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है

जनवरी 2022 से अब तक लगभग 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर का दौरा कर चुके हैं। केंद्र शासित प्रदेश सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क निदेशालय (डीआईपीआर) ने कहा कि इस साल केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटकों की संख्या भारत की आजादी के बाद सबसे अधिक है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा श्रीनगर में लगभग 2,000 करोड़ रुपये की 240 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के एक दिन बाद यह आंकड़े जारी किए गए हैं।
करीब तीन दशकों के बाद, कश्मीर फिर से लाखों पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। पर्यटन अधिकारियों का कहना है कि यह कश्मीर पर्यटन के स्वर्ण युग की वापसी है। इस वर्ष जम्मू और कश्मीर का दौरा करने वाले पर्यटकों की रिकॉर्ड संख्या, केंद्र शासित प्रदेश में हुए समग्र विकास और परिवर्तन की गवाही देती है। जम्मू-कश्मीर में पर्यटन रोजगार का सबसे बड़ा स्रोत है और जनवरी, 2022 से अब तक 1.62 करोड़ पर्यटक जम्मू-कश्मीर जा चुके हैं, जो आजादी के 75 साल में सबसे ज्यादा है।
पर्यटन ने जम्मू और कश्मीर घाटी सहित पुंछ, राजौरी के विभिन्न क्षेत्रों में अधिकतम रोजगार पैदा किया है। पिछले 70 सालों से लोग जम्मू-कश्मीर से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की मांग कर रहे थे। इस लोकप्रिय मांग को पूरा करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीनगर से शारजाह के लिए सीधी उड़ान शुरू की थी। इससे पहले श्रीनगर और जम्मू से भी रात में कोई उड़ान नहीं होती थी लेकिन अब जम्मू से श्रीनगर के लिए रात में भी फ्लाइट मिल जाती है। यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई अन्य मॉडल और योजनाएं भी शुरू की जा रही हैं। आजादी का अमृत महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में जम्मू और कश्मीर में 75 ऑफबीट पर्यटन स्थलों को भी विकसित किया जा रहा है। 3.65 लाख अमरनाथ यात्रियों सहित रिकॉर्ड तोड़ 20.5 लाख पर्यटकों ने इस साल के पहले आठ महीनों में कश्मीर का दौरा किया। पहलगाम, गुलमर्ग, और सोनमर्ग जैसे पर्यटन स्थलों के साथ-साथ श्रीनगर के सभी होटलों और गेस्टहाउस में 100 प्रतिशत व्यस्तता देखी गई है।
इससे पहले शाह ने कश्मीर में अपनी रैली के दौरान कहा कि जो क्षेत्र पहले आतंकवाद का हॉटस्पॉट हुआ करता था, वह अब मोदी सरकार की नीतियों के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। शाह ने कहा, ‘तीन परिवारों के शासन में 70 साल में जम्मू-कश्मीर में सिर्फ 15,000 करोड़ रुपये का निवेश आया, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सिर्फ तीन साल में 56,000 करोड़ रुपये का निवेश आया है।”
संसद द्वारा पांच अगस्त, 2019 को संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद घाटी में अपनी पहली रैली में करीब आधे घंटे लंबे भाषण में शाह ने विपक्षी दलों नेकां (नेशनल कांफ्रेंस), पीडीपी (पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी) और कांग्रेस आदि पर जमकर निशाना साधा और ‘तीन परिवारों’, ‘मुफ्ती एंड कंपनी’ तथा ‘अब्दुल्ला एंड संस’ (अब्दुल्ला और उनके बेटे) लफ्जों का बार-बार इस्तेमाल किया। रैली का आयोजन कश्मीर घाटी के बारामूला जिले में स्थित शौकत अली स्टेडियम में किया गया था।