Pakistan: पाकिस्तान के कराची से 400 सनातनियों की अस्थियां काशी लायी गयी। कराची के श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर के गद्दीपति महंत रामनाथ मिश्रा हरिद्वार गंगा में अस्थियों का विसर्जन करेंगे। दरअसल, महाकुंभ एक आकाशीय आयोजन का पृथ्वी पर परिलक्षण है। यह धरा पर मनुष्यों का सबसे बड़ा समागम है। यही वजह है कि पाकिस्तान से हिन्दुओं का जत्था भी महाकुंभ के लिए भारत आया और प्रयाग संगम में आस्था की डुबकी लगायी। यह जत्था अपने साथ चार सौ अस्थियां लेकर आया है।

100 किलो दुग्धधारा के बीच होगी प्रवाहित
इनमें 50 सिक्ख और 350 अस्थियां सनातनियों हैं। इन अस्थियों को पाकिस्तान (Pakistan) के कराची स्थित श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर के गद्दीपति महंत रामनाथ मिश्रा महाराज लाएं हैं। यह अस्थियां 21 व 22 फरवरी को हरिद्वार के निगम व सती घाट पर सविधि कर्मकांड के साथ गंगा में विसर्जन किया जायेगा। इससे पूर्व वहां पूजन-अर्चन किया जाएगा। तत्पश्चात 100 किलो दुग्धधारा के बीच अस्थियां गंगा की निर्मल धारा में प्रवाहित की जायेगी।

प्रयाग से गुरूवार को काशी पहुंचे महंत रामनाथ मिश्रा ने कहा कि इन अस्थियों को गंगा में विसर्जन करने का संकल्प वर्षों से रहा है। कभी सुरक्षा कारणों तो कभी सख्त वीजा नियमों तो कभी कोविड के कारण भारत आना में बाधा उत्पन्न होती रही। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रयाग महाकुंभ के लिए वीजा की स्वीकृति प्राप्त हुई।
Pakistan: महंत ने महाकुंभ की व्यवस्था को सराहा
महंत रामनाथ मिश्रा ने महाकुंभ की व्यवस्था को सराहा। कहा कि स्वच्छता व्यापक है। सुविधा में कोई कसर नहीं है। सुरक्षा के इंतजाम बेहतर हैं। उन्होंने कहा कि यहां आकर हर जगह अपनेपन का अहसास हुआ। ऐसा लगा कि अपने घर आया हूं। महाकुंभ में ही अपने बच्चे का जनेऊ-मुंडन संस्कार भी किया। शंकराचार्य सहित समस्त धर्माचार्यों के दर्शन-पूजन का अवसर पाया। मेरे पुत्र देवेन्द्र नाथ मिश्रा को संतों का आशीर्वाद मिला।

इसके साथ ही महंत रामनाथ मिश्रा ने अपील की कि भारत सरकार वीजा नियमों को लचिला करें ताकि पाकिस्तान (Pakistan) में रह रहे सनातनी भारत आकर चार धाम की यात्रा कर सके। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हिन्दू भी सोचते हैं कि भारत के सनातनी हमारा साथ दें। हमें अकेला न छोडे़। वर्तमान में हिन्दू पाकिस्तान में अच्छे तरीके से रह रहे हैं। सबकुछ कर रहे हैं, लेकिन बड़े भाई का साथ होना अलग मायने रखता है।
उन्होंने कहा कि वहां की सरकार और सुप्रीम कोर्ट की मदद से पंचमुखी हनुमान मंदिर (Pakistan) कब्जामुक्त हो सका। शमशान घाट को भी कब्जा मुक्त कराया। गौशाला बनाया जा रहा। कहा कि हमें अगर भारत के सनातनी सपोर्ट करते हैं तो हम वहां भी मंदिरों को सुरक्षित कर सकते हैं। सभी को भगवा ध्वजा के साये तले एक होकर रहना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के हालात तो अब अच्छे हुए हैं। वर्तमान हुकूमत (Pakistan) सही तरीके से देश चला रही है। हिन्दू वहां सुरक्षित हैं लेकिन ऐसा एक होकर रहने तक। अलग हुए तो असुरक्षित हो जायेंगे। जात-पात में बंटोगे तो कटोगे ही। सबका एक जहन होगा तो कोई हमें अलग नहीं कर सकता है।
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