बारिश से गलियां और सड़कें पानी में डूबी, लोगों का घरों से निकलना हुआ मुश्किल
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में रविवार रात रुक-रुक कर हुई तेज बारिश ने नगर निगम की पोल खोल कर रख दी है। इस बारिश से शहर की कॉलोनियों के अलावा आसपास के गांव मोहल्लों की गलियां लबालब हो गयीं। भयंकर जल भराव से लखनऊ एयरपोर्ट से सटा चिल्लावां गांव भी अछूता नहीं रह सका। इसी तरह राजा बिजली पासी द्वितीय वार्ड की शांति नगर कॉलोनी में भी ज्यादातर गलियां भयंकर जल भराव से डूब गई।
चिल्लावां में गांव को आने जाने वाली मुख्य डामर रोड पर भीषण जल भराव हो जाने के कारण नागरिकों का निकलना मुश्किल हो गया। चिल्लावां के नागरिकों का कहना था कि यहां यह समस्या आज नहीं, बल्कि पिछले कई वर्षों से है। उन्होंने बताया कि हर बरसात में यहां की मुख्य डामर रोड अक्सर पानी में डूब जाती है।

रविवार रात हुई बरसात से इस रोड पर करीब 100 मीटर दूर तक घुटनों तक पानी भर गया। नागरिकों ने बताया कि कई बार स्थानीय पार्षद के अलावा नगर आयुक्त और महापौर से इसकी शिकायत की गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। हालाकि कई वर्ष पहले जलभराव से निजात दिलाने के लिए यहां पंपिंग सेट की व्यवस्था जरूर की गई, लेकिन जरूरत भर डीजल न उपलब्ध हो पाने के कारण वह भी कामयाब नहीं हो पा रहा है।

बताते चलें कि नगर निगम के राजा बिजली पासी प्रथम वार्ड के तहत आने वाले चिल्लावां गांव में कोई भी जल निकासी की व्यवस्था नहीं है। जबकि चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से गांव को सटा होने के कारण इसे अत्यधिक वीआईपी माना जाता है। गाँव के बगल से ही एयरपोर्ट पर लगातार वीआईपी लोगों का आना-जाना भी लगा रहता है।
लेकिन इसके बावजूद अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यहां के कई लोगों ने बताया कि मुख्य रोड पर हो रहे जल भराव को दूर करने के लिए जो पंपिंग सेट रखा गया है, उसे जल भराव के समय मुश्किल से दो-चार घंटे ही चलाया जाता है। उसके बाद डीजल न होने की बात कह कर बंद कर दिया जाता है। जिसकी वजह से यहां का पानी नहीं निकल पाता। इसके कारण छोटे-छोटे बच्चों सहित महिलाओं और अन्य लोगों को भी घुटनों तक भरे पानी से होकर ही निकलना पड़ रहा है।
वहीं बरसात का पानी लोगों के घरों के अंदर भी घुस गया। यहां कई घरों में पानी भर जाने से लोगों का काफी सामान तक उसी में भीग कर खराब हो गया। हालाकि बाद में बारिश कम होते ही लोगों ने बाल्टियों के सहारे अपने घर का पानी किसी तरह बाहर निकलना शुरू किया, लेकिन कुछ देर बाद फिर शुरू हुई बारिश ने उनकी इस मेहनत पर भी पानी फेर दिया।
नागरिकों ने यहां लगे पंपिंग सेट के लिए जरूरत भर हमेशा डीजल उपलब्ध कराने के साथ ही पंपिंग सेट को डीजल के बजाय बिजली से चलाए जाने की व्यवस्था करने की मांग की है। यही हाल राजा बिजली पासी द्वितीय वार्ड के शांति नगर मोहल्ले का है।

जहाँ जल निकासी न होने के कारण मोहल्ले की लगभग हर गली भयंकर जल भराव में डूब गई है। इससे लोगों को आना-जाना मुश्किल हो रहा है। लोग काफी परेशान हैं। यहां मामूली बारिश में भी ज्यादातर गलियां भयंकर जल भराव से लबालब हो जाती हैं। जिससे स्कूली बच्चों के अलावा दोपहिया वाहन सवारों को भी आने-जाने में दिक्कत होती है।
यहां की गलियों में जगह-जगह गड्ढे होने के कारण इन जलभराव युक्त गड्ढों में फंसकर लोग गिरकर चोटिल होते रहते हैं। शांति नगर वासियों का कहना है कि यहां हर बारिश में हो रहे जल भराव को लेकर कई बार स्थानीय पार्षद के अलावा नगर निगम अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया। लेकिन किसी ने अब तक ध्यान नहीं दिया।
lucknow:उत्तर प्रदेश की सड़क बरसात में हुई खस्ता हाल सुधार कार्यों को लेकर सीएम ने बुलाई समीक्षा बैठक