राज्य का कोई धर्म नहीं होता है, राज्य के लिए सभी धर्म, उसके फेस्टिवल बराबर होने चाहिए: सपा प्रवक्ता अमीक जामेई
लखनऊ। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भगवना राम से जुड़ा कोई भी अगर धार्मिक अनुष्ठान यूपी में होता है तो वह स्वागत योग्य होना चाहिए। क्योंकि यह भगवान श्रीराम की जन्म स्थली है। जगत जननी मां विंध्यवासिनी जैसे शक्तिपीठों पर अगर जगत के कल्याण के लिए कोई धार्मिक अनुष्ठान हो रहा है तो यह भी स्वागत योग्य होना चाहिए। इसमें न किसी सवाल की जरूरत है और न किसी जवाब की।

वहीं कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने दुर्गा सप्तशती, रामनवमी पाठ पर कहा मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। सरकारी दफ्तरों में रोजाना रामायण का पाठ होना चाहिए। साथ ही विधानसभा, लोकसभा में भी भगवान श्रीराम की बड़ी मूर्ति लगानी चाहिए। तभी तो हिंदू राष्ट्र जैसा दिखेगा।
वहीं योगी सरकार के नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ को लेकर सपा प्रवक्ता अमीक जामेई ने कहा, सीएम योगी से समाजवादी पार्टी कहना चाहती है कि राज्य का कोई धर्म नहीं होता है। राज्य के लिए सभी धर्म, उसके फेस्टिवल बराबर होने चाहिए। उनको बराबर से ट्रीट किया जाना चाहिए, जो उत्तर प्रदेश में नहीं हो रहा है। आपने एक-एक लाख रुपए धार्मिक आयोजन के लिए जिलेवार जारी किए हैं। लेकिन, हम आपसे एक निवेदन और भी करना चाहते हैं। ये जो एक-एक लाख रुपए आपने दिया है, इसका इस्तेमाल पूरा-पूरा हो जाए। क्योंकि पिछले साल का बजट 50 फीसदी लेप्स हुआ। खर्च नही हुआ। जांच नहीं हुई। चलो मान लो वह हिंदू हैं, आपको हिंदू से मतलब है। दूसरी तरफ मुसलमान, ईसाई, और दूसरे समाज के लोगों के लिए आपका दूसरा नजरिया होगा, वह आप जानें। लेकिन, जब शिक्षा स्वास्थ्य आप की सरकार नहीं दे सकी, तो आपकी सरकार को क्या कहा जाना चाहिए। यह ध्यान बदलने के लिए जो आपने एक-एक लाख रुपए बांटे हैं।
sudha jaiswal