जौनपुर। इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में पुलिस की जांच में लगातार नए तथ्य सामने आ रहे हैं, लेकिन अब तक स्थिति पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। मामला बेहद संवेदनशील बन चुका है, और लोगों की निगाहें मीडिया के माध्यम से हर नई जानकारी पर टिकी हुई हैं। शनिवार को बेंगलुरु से आई पुलिस टीम ने दीवानी न्यायालय में काफी देर तक मामले से जुड़े दस्तावेज और साक्ष्य जुटाए। जांच में कोई कसर न छोड़ते हुए पुलिस आरोपियों की तलाश में लगातार सक्रिय है। हालांकि, मुख्य आरोपी और उनके परिवार के सदस्य अब भी फरार हैं।
दीवानी न्यायालय में जुटी पुलिस टीम, गहमागहमी का माहौल
शनिवार को जब बेंगलुरु पुलिस की टीम दीवानी न्यायालय पहुंची, तो वहां काफी हलचल देखने को मिली। न्यायालय परिसर में अधिवक्ताओं और मीडिया का जमावड़ा लग गया, लेकिन पुलिस टीम ने जांच की गोपनीयता बनाए रखते हुए किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। करीब 12:30 बजे टीम ने न्यायालय परिसर में दस्तावेजों को खंगालना शुरू किया, और वहां मौजूद अधिवक्ता और पत्रकार इस मामले को लेकर चर्चा करते रहे।
पुलिस टीम के साथ स्थानीय कोतवाली पुलिस भी थी, जिसने जांच को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मीडिया की कोशिशों के बावजूद पुलिस ने अपने काम में व्यवधान नहीं आने दिया।
अतुल की आत्महत्या से परिवार सदमे में
इस मामले में मीडिया रिपोर्ट्स और पुलिस की जांच से पता चला है कि अतुल पर उनकी पत्नी निकिता और ससुराल पक्ष द्वारा बार-बार पैसों की मांग का दबाव डाला जा रहा था। इससे परेशान होकर अतुल ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, घटना के बाद अतुल के माता-पिता पूरी तरह से टूट गए हैं, और उनकी मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
ससुराल पर नोटिस चस्पा, आरोपी फरार
बेंगलुरु पुलिस ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से शुक्रवार को निकिता सिंघानिया के खोवा मंडी स्थित आवास पर छापा मारा और वहां नोटिस चस्पा किया। आरोपियों को तीन दिन के भीतर बेंगलुरु थाने में हाजिर होने का निर्देश दिया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया कि अगर आरोपी तय समय सीमा के भीतर पेश नहीं हुए, तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बेंगलुरु से आई पुलिस टीम ने दो दिनों तक जिले में रहकर जांच की और साक्ष्य जुटाए। टीम ने बताया कि निकिता और उनके परिवार के अन्य सदस्य अब भी फरार हैं, लेकिन जल्द ही उनके खिलाफ कार्रवाई तेज की जाएगी। पुलिस विशेष टीम बनाकर आरोपियों को गिरफ्तार करने की योजना बना रही है।
हाईकोर्ट में जमानत की कोशिश
जानकारी के अनुसार, आरोपी गिरफ्तारी से बचने के लिए कर्नाटक हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन कर रहे हैं। आरोपियों की कोशिश है कि किसी भी तरह से उन्हें गिरफ्तारी से पहले जमानत मिल जाए ताकि वे जेल जाने से बच सकें। पुलिस की ओर से यह संकेत दिया गया है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम तैयार की जा रही है।
बेंगलुरु पुलिस की सक्रियता से बढ़ी लोगों की उत्सुकता
जबसे बेंगलुरु पुलिस मामले की जांच के लिए जिले में आई है, तब से लोगों की रुचि और बढ़ गई है। हर किसी को इस मामले में नए खुलासों का इंतजार है। पुलिस की जांच के हर पहलू पर शहरवासियों की नजरें टिकी हुई हैं।
जांच में स्थानीय पुलिस का सहयोग
बेंगलुरु पुलिस के साथ शहर कोतवाली पुलिस ने जांच में पूरा सहयोग दिया। कोतवाल मिथिलेश मिश्रा ने सुनिश्चित किया कि बेंगलुरु टीम को किसी प्रकार की असुविधा न हो। टीम ने कहा कि जांच को सही दिशा में आगे बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
Highlights
मामले से जुड़ी नई जानकारियां आने की संभावना
इंजीनियर अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नए तथ्य सामने आ रहे हैं। पुलिस का कहना है कि वे जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले को सुलझा लेंगे। वहीं, जनता और मीडिया को भी इस मामले के समाधान का बेसब्री से इंतजार है।