Varanasi: महाकुंभ के मद्देनजर अस्सी घाट पर आज एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें पुलिस और नगर निगम अधिकारियों ने नाविक समाज के साथ मिलकर पर्यटकों की सुरक्षा, गंगा में बढ़ते प्रदूषण, किराया विवाद और नाव संचालन के नियमों पर चर्चा की। इस बैठक में नाविक समाज के प्रतिनिधियों ने अपनी समस्याएं और समाधान के सुझाव साझा किए, और प्रशासन से इन पर उचित कार्रवाई की अपील की।
Varanasi: किराया विवाद पर सख्त निर्देश
बैठक के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने नाविक समाज को स्पष्ट निर्देश दिया कि वे निर्धारित किराया सूची का पालन करें और पर्यटकों से ज्यादा शुल्क न लें। एडीसीपी नीतू ने महाकुंभ के दौरान आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोपरि बताया और यह सुनिश्चित करने की बात की कि सभी नाविक किराया सूची का पालन करें। यह भी तय हुआ कि किराया सूची को सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित किया जाएगा, और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पर्यटकों की सुरक्षा पर जोर
गंगा में प्रदूषण और पर्यटकों की सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों ने नाविकों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि हर पर्यटक को जीवन रक्षक जैकेट दी जाए, और किसी भी नाव में निर्धारित संख्या से अधिक सवारी न बैठाई जाए। यह निर्देश दिया गया कि अगर किसी ने इन नियमों का उल्लंघन किया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
क्रूज और नाव संचालन के लिए अलग-अलग मार्ग
बैठक में यह भी विचार किया गया कि क्रूज और नावों के संचालन के लिए अलग-अलग मार्ग निर्धारित किए जाएं, ताकि किसी प्रकार की दुर्घटनाएं न हों। एडीसीपी नीतू ने बताया कि स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत क्रूज संचालन को व्यवस्थित किया जाएगा और नावों के लिए सुरक्षित मार्ग तय किए जाएंगे।
क्रूज संचालकों को भी बैठक में बुलाने की मांग
नाविक समाज ने बैठक में क्रूज संचालकों और उनके ड्राइवरों को भी शामिल करने की मांग की। उन्होंने बताया कि केवल नाविकों को ही बैठक में बुलाया जाता है, जबकि क्रूज संचालकों की उपस्थिति आवश्यक है। नाविकों ने यह भी सुझाव दिया कि क्रूज और नावों की दरें स्पष्ट रूप से प्रदर्शित की जाएं ताकि किराया विवाद से बचा जा सके।
पर्यटकों के प्रति सम्मान और सुरक्षा की अपील
बैठक के दौरान इस बात पर भी जोर दिया गया कि पर्यटकों के साथ अच्छे और सम्मानपूर्ण व्यवहार को बढ़ावा दिया जाए ताकि वाराणसी की छवि पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। नाविक समाज के प्रतिनिधि प्रमोद माझी ने कहा कि नाव संचालन में ईमानदारी और सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए, और सभी नाविकों को सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए।
Highlights
महाकुंभ के दौरान वाराणसी में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा और संतुष्टि सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन और नाविक समाज के बीच यह बैठक महत्वपूर्ण साबित हुई है। यह कदम न केवल पर्यटकों के लिए सुरक्षित और सुखद अनुभव सुनिश्चित करेगा, बल्कि वाराणसी की सांस्कृतिक छवि को भी बनाए रखेगा।