Mahakumbh 2025: जहाँ एक ओर रोजाना महाकुंभ में करोड़ो श्रद्धालुओं स्नान कर रहे है। वहीं काशी में भी आस्थावानों का पलट प्रवाह जारी है। इस पलट प्रवाह के चलते वाराणसी की सड़कें क्या गलियां तक लोगों से पट चुकी है। 10 मिनट की दुरी का रास्ता लोगों को घंटों में तय करना पद रह है। ये हालत सिर्फ शहर में ही नहीं बल्कि हाईवे का भी कुछ ऐसा ही हाल है।

सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो जाम से सम्बंधित वायरल हो रहे हैं। यहाँ तक की भीड़ को देखते हुए प्रयागराज (Mahakumbh 2025) में पुलिस अधिकारीयों के कई ऐसे विडियो भी सामने आये हैं जिसमें उनके द्वारा लगातार यह अपील की जा रही है कि यदि लोग प्रयागराज आने का प्लान बना रहे है तो ना बनाये। उसे कैंसल कर दें।
हाईवे पर 3-3 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें
गौरतलब है कि संगम स्नान के बाद लोग अयोध्या श्री रामलला के दर्शन के साथ-साथ मथुरा श्री कृष्ण और बनारस में बाबा विश्वनाथ, काल भैरव, नौका विहार व गंगा आरती में शामिल होने के के लिए आ रहे हैं। ऐसे में शहर की सड़के, गलियों सब कुछ लोगों की भीड़ के चलते पट चूका है। शहर (Mahakumbh 2025) के हाईवे से लेकर सभी जीटी रोड का हाल यही है। जहाँ प्रयागराज पहुँचने और लौटने में लोगों को 4 घंटे का समय लगना चाहिए।

वहां उन्हें 6 से 7 घंटे या उससे भी अधिक समय लग जा रहा है। वहां गाड़ियों की लम्बी कतारें लगी हुई है। 3-3 किलोमीटर तक लोगों को जाम में फंसे रहना पड़ रहा है। लोग गाड़ियों में कैद होकर रह जा रहे हैं। जगह जगह पर पुलिस प्रशासन मुस्तैद है लेकिन लोगों की संख्या इतनी ज्यादा है कि उन्हें सँभालने में उनके भी पसीने छुट जा रहे है।

सोचने वाली बात है कि शहर के हर चौक-चौराहे पर पुलिस द्वारा बड़ी गाड़ियों को डाइवर्ट किया जा रहा है। कई जगहों पर तो सिर्फ पैदल की लोगों को चलने की परमिशन है और सभी वाहनों पर प्रतिबन्ध लगाया गया है। लेकिन बावजूद इसके शहर का हाल बेहाल है। हालाँकि व्यवस्थाओं पर सवाल नहीं उठ रहे लकिन भीड़ इतनी ज्यादा है कि जाम लगना स्वाभाविक सी बात है।

वाहनों पर प्रतिबन्ध के बावजूद लोगों का हाल-बेहाल
खास तौर पर मैदागिन से लेकिन गोदौलिया तक जाने वाले मार्ग पर चारों तरफ से पुलिस द्वारा वाहनों को प्रतिबंधित किया गया है। बावजूद इसके लोगों की भीड़, जो उनका हुजूम है वह इतना ज्यादा है कि वहां पैर रखने तक की जगह नहीं है। क्षेत्र (Mahakumbh 2025) में जगह-जगह पर बैरीकेडिंग करके लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा जा रहा है। लेकिन आस्थावानों का जमावड़ा इतना है कि पैदल चलने में भी लोगों को दिक्कतें हो रही।

शहर के कई इलाके तो ऐसे है जहाँ सिर्फ लोग ही लोग नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर तमाम वीडियो (Mahakumbh 2025) लोगों द्वारा जाम के भी बनाकर अपलोड किये जा रहे हैं। काशी शहर के कई चौराहे ऐसे भी है जहाँ पुलिस को रस्सी से बैरिकेड करके यातायात व्यवस्थाओं को बनाये रखने का कार्य किया जा रहा है। बनारस शहर का मैदागिन से लेकर गोदौलिया तक का क्षेत्र हो या फिर नई सड़क से लेकर चेतगंज, चाहे वह लहुराबीर से लेकर मलदहिया तक का रास्ता हो या फिर तेलियाबाग से लेकर चौकाघाट तक का रास्ता सब तरफ जाम ही जाम है।

Mahakumbh 2025: रेलवे स्टेशन के प्रतीक्षालय में तिनके भर जगह नहीं
वहीं बात अगर वाराणसी के रेलवे स्टेशन की करें तो वहां के भी हालत कुछ ऐसे ही है। जिसकों जितनी जगह मिल रही है वह उतने में ही एडजस्ट करने का प्रयास कर रहा है। स्थिति यह है कि प्रतीक्षालय में पैर तक रखने की जगह नहीं है। चाहे बनारस से लौटने वाले यात्री हो या फिर बनारस आने वाले यात्री सभी को परेशानियों का, भीड़ का और धक्का मुक्की का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद इसके लोगों की भीड़ कम होने का नाम ही नहीं ले रही है बल्कि दिन प्रतिदिन बढ़ती (Mahakumbh 2025) ही जा रही है।