वाराणसी। वाराणसी में विभिन्न संगठनों एवं राजनीतिक दलों ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती (23 जनवरी) को आज़ादी बचाओ दिवस के रूप में मनाया। गुलाब बाग पार्क स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर सोमवार को एकत्र होकर माल्यार्पण किया। तत्पश्चात नेताजी की याद में एक सभा का आयोजन किया गया। जिसमें नेताजी के भारत की आज़ादी में योगदान को याद करते हुए कहा गया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस पूर्णत सेकुलर विचार के महान व्यक्ति थे। वे भारत में प्रत्येक नागरिक को अपने अपने धर्म को मानने की स्वतंत्रता के प्रबल पक्षधर थे।

नेताजी को अपने रंग में रंगना चाहता है आरएसएस
सभा में वक्ताओं ने कहा कि ये बड़ी विडंबना है कि आरएसएस जिसकी सोच और विचारधारा नेताजी की विचारधारा के बिल्कुल विपरित है, सुभाष चंद्र बोस को अपने रंग में रंगना चाहता है। सभा में कुर्बानियों के बदौलत हासिल की गई भारत की आज़ादी की रक्षा संकल्प लेते हुए कहा गया कि यही नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रति सच्ची श्रद्धांजली होगी ।
कार्यक्रम में प्रमुख रुप से डॉ० राजेश मिश्रा (पूर्व सांसद), डॉ० हीरालाल (प्रदेश सचिव सीपीएम), अरविंद सिंह (पूर्व एमएलसी), संजीव सिंह (प्रदेश प्रवक्ता, कांग्रेस), डॉ० मो० आरिफ, कुँवर सुरेश सिंह, अफलातून देसाई, अनिल यादव, सरदार ईश्वर सिंह (अध्यक्ष ऑटो यूनियन), नारायण चटर्जी, शिवनाथ यादव, अजय मुखर्जी, जय शंकर पांडेय, मोईन अहमद, अमृत पांडेय, पारस यादव, मिठाई लाल, देवाशीष आदि की उपस्थिति प्रमुख रही। संचालन नन्दलाल पटेल ने किया।