Varanasi: गांधी जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में वाराणसी नगर निगम क्षेत्र की दो प्रमुख परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इस महत्वपूर्ण अवसर पर वाराणसी के महापौर अशोक कुमार तिवारी भी विज्ञान भवन में उपस्थित रहे।
पहली परियोजना “ट्रांस वरुणा जलापूर्ति योजना” है, जिसे वाराणसी के दीनापुर विस्तारित क्षेत्र में लागू किया जाएगा। इस योजना की कुल लागत 171 करोड़ रुपये है, और इसके माध्यम से लगभग 1.5 लाख लोगों को पेयजल संकट से निजात मिलेगी। इस परियोजना के तहत 20,176 पेयजल गृह संयोजन, 21 ट्यूबवेल और पंप हाउस, 10 शिरोपरि जलाशय, और 410 किलोमीटर लंबा वितरण नेटवर्क तैयार किया जाएगा। योजना के सफल कार्यान्वयन से दीनापुर क्षेत्र में शत-प्रतिशत पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी।
दूसरी परियोजना सूजाबाद के नवविस्तारित क्षेत्र में सीवर गृह संयोजन और उससे संबंधित कार्यों पर आधारित है, जिसकी कुल लागत 96.60 करोड़ रुपये है। इस योजना के अंतर्गत 7 MLD सीवर ट्रीटमेंट प्लांट, 26.9 किलोमीटर लंबा सीवर वितरण नेटवर्क, और 3981 सीवर हाउस कनेक्शन का निर्माण किया जाएगा।
इन दोनों परियोजनाओं का कार्यभार उत्तर प्रदेश जल निगम (नगरीय) को सौंपा गया है, जो इन्हें समयबद्ध तरीके से पूरा करेगा। इन परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम को वाराणसी जलकल विभाग में वर्चुअल माध्यम से प्रसारित किया गया, ताकि स्थानीय स्तर पर भी इस ऐतिहासिक घटना का साक्षी बना जा सके। इन योजनाओं के माध्यम से वाराणसी के विस्तारित क्षेत्रों में जल और सीवर संबंधित समस्याओं का स्थायी समाधान मिलने की उम्मीद है, जिससे स्थानीय निवासियों को काफी राहत मिलेगी।