AI Army: दुनिया में बढ़ते AI के दौर ने लोगों की मुश्किलों को काफी आसन बना दिया हैं फिर चाहे वह AI जनरेटेड पिक्चर हो या किसी भी छीज से जुडी कोई भी जानकारी…AI हमें कुछ भी सेकंड्स में इसे दे देता हैं। इसका इस्तमाल बच्चो से लेकर बड़ों तक को काफी लुभाता हैं। रोजमर्रा के ऑफिस का काम इससे जुड़ा हो या फिर बच्चों की पढाई से संबंधित कोई चीज,AI बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। ऐसे में अब इसे लेकर यूपी के मुखिया सीएम योगी ने एक अनूठा कदम उठाया है, क्योंकि अब यूपी में बनने जा रहा है देश का पहला AI Army उत्तरप्रदेश शिक्षा क्षेत्र के सभी बेसिक शिक्षा विभाग को कक्षा 6 से लेकर 8 तक के 20 हज़ार मेधावी बच्चों को कंप्यूटर व ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे कई प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की ट्रेनिंग मिलेगी। जिसको लेकर योगी आदित्यनाथ का यह फैसला न सिर्फ शिक्षा केन्द्रों में, बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र बना हुआ हैं।
6 से 8 कक्षा के बच्चो को मिलेगी ट्रेनिंग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश शिक्षा विभाग एक ऐसा कदम उठाने जा रहा है, जिसमें आईआईटी कानपुर के साथ मिलकर बेसिक शिक्षा विभाग कक्षा 6 से 8 तक के 20 हजार मेधावी बच्चों को कंप्यूटर एवं ऑपरेटिंग सिस्टम, वर्ड प्रोसेसिंग, डिजिटल क्रिएटिविटी,ऑनलाइन रिसर्च, कम्प्यूटेशनल थिंकिंग एवं एल्गोरिद्म, पाइथन प्रोग्रामिंग बेसिक्स, एडटेक, साइबर सुरक्षा, एआई वॉइस मॉड्यूलेशन, ग्रेड एनालाइजर, एनीमेशन एक्टिविटी, गूगल शीट्स ऑनलाइन डेटा हैंडलिंग जैसी ट्रेनिंग देकर दुनिया की सबसे बड़ी ‘AI आर्मी’ (AI Army) तैयार करेगा।

वहीं यह पहली ऐसी सरकार है जो सरकारी स्कूल के बच्चों के भविष्य को लेकर ऐसा कदम उठा रही है। बदलते उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सरकारी स्कूलों में सैम ऑल्टमैन, सत्या नडेला, सुंदर पिचाई और मार्क जुकरबर्ग की पौध तैयार करने जा रही है।
दरअसल, ‘विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश @47’ का उद्देश्य यही है कि प्रदेश के युवा केवल तकनीक के उपभोक्ता न रहे, बल्कि भविष्य में भी ये एक अच्छे निर्माता और नवाचार के एक्सपर्ट बनकर सामने आए। योगी सरकार का यह फैसला सरकारी स्कूलों के इतिहास को बदलेगी साथ ही वहां के बच्चो को एक बहतर मंच भी प्रदान करेगी। वहीं इसके चलते अब गांव-कस्बों के बच्चे अब एआई और रोबोटिक्स जैसी उच्च तकनीकों से लैस होकर आने वाले तकनीकी दशक को (AI Army) चुनौती देने को तैयार रहंगे।

क्या कहना है एआई एक्सपर्ट का
एआई विशेषज्ञ अनूप मिश्रा कहते हैं, “उत्तर प्रदेश जिन पैमानों पर बच्चों को एआई (AI ARMY), डीप न्यूरल नेटवर्क्स और एल्गोरिदमिक थिंकिंग जैसी तकनीकों से जोड़ रहा है, वह आने वाले दशक की वैश्विक तकनीकी क्रांति में निर्णायक भूमिका निभाएगा। आज जिस उम्र में दुनिया के विकसित देशों के बच्चे डिजिटल क्रिएशन सीखते हैं, ठीक उसी तरह पर यूपी के बच्चों को तैयार किया जा रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि तकनीकी क्रांति के अगले दशक का नेतृत्व कोई सिलिकॉन वैली नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश के गांवों, कस्बों एवं छोटे शहरों के बच्चे करेंगे।”
AI Army को बनाने में IIT कानपूर करेगा सहयोग
इस दौरान आईआईटी कानपुर के सहयोग से भविष्य की टेक्नोलॉजी जरूरतों पर तैयार किया मॉडल है, जो इस मेगा प्रोजेक्ट को आकार देने के लिए अहम साबित होगा साथ IIT विशेषज्ञों ने बच्चों की सीखने की क्षमता और भविष्य की टेक्नोलॉजी जरूरतों पर गहराई से शोध किया। जो सरकारी स्कूलों को डिजिटल एजुकेशन के नए युग में प्रवेश दिलाएगा।वहीं इन विशेषज्ञों का मानना है कि यदि सही उम्र में सही दिशा मिले, तो यही बच्चे भविष्य के इनोवेटर, स्टार्टअप फाउंडर, एआई साइंटिस्ट (AI Army) और टेक्नोलॉजी लीडर बन सकते हैं।

पहले चरण में तैयार होंगे 750 मास्टर ट्रेनर
आपको बता दें कि इस योजना के पहले चरण में हर जिले के 10 अध्यापकों को विशेष तकनीकी प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसमे करीब 750 मास्टर ट्रेनर तैयार होंगे, जो आगे चयनित 20 हजार बच्चों को प्रशिक्षित करेंगे। सभी जिलों में बच्चों के लिए विशेष एआई (AI Army) कक्षाएं, मिनी टेक्नोलॉजी लैब, उन्नत डिजिटल लर्निंग टूल और मशीन लर्निंग वर्कशॉप स्थापित की जा रही हैं। यह पहली बार है कि जब सरकारी स्कूलों में इतने बड़े स्तर पर हाई-टेक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है।
चार महीने में पूरी होगी ट्रेनिंग
इस संबंध में राज्य सरकार ने स्पष्ट टाइमलाइन तय की है। जिसमें बताया गया हैं कि इस योजना को चार महीनों के भीतर जमीन पर पूरी तरह सक्रिय करदिया जायेगा और सत्र के अंत तक (AI Army)) ट्रेनिंग पूरी होने की उम्मीद जताया जा रहा है। साथ ही यह भी सुनिश्चित किया गया है कि प्रत्येक चयनित बच्चे को व्यक्तिगत प्रशिक्षण, प्रोजेक्ट-बेस्ड लर्निंग और ग्लोबल स्टैण्डर्ड के डिजिटल टूल्स उपलब्ध कराए जाएं, ताकि वे राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें।

बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्पष्ट निर्देश है कि उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूलों को आधुनिक टेक्नोलॉजी की मुख्यधारा में लाना है। उन्होंने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को प्रोजेक्ट लर्निंग और बेसिक जनरेटिव एआई मॉडल बिल्डिंग में ((AI Army)) एक्सपर्ट बनाकर हम एक नई पीढ़ी तैयार करने जा रहे हैं।
दुनिया में पहली बार बनेगी AI आर्मी
एससीईआरटी के निदेशक ने बताया कि “एआई आर्मी” की यह पहल न सिर्फ शिक्षा सुधार का उदाहरण बनेगी, बल्कि दुनिया में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बच्चों को AI ((AI Army) केंद्रित प्रशिक्षण देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड का दावा भी मजबूत करेगी। इसके साथ ही उन्हीने बतया कि उत्तर प्रदेश की अगली पीढ़ी सिर्फ तकनीक का उपयोग नहीं करेगी, बल्कि तकनीक को भी बनाएगी।
किस फील्ड में बच्चे बनेंगे एक्सपर्ट
1 कंप्यूटर एवं ऑपरेटिंग सिस्टम
2 वर्ड प्रोसेसिंग आवश्यकताएं
3 स्प्रेडशीट्स
4 प्रेजेंटेशन एवं डिजिटल क्रिएटिविटी
5 इंटरनेट एवं ऑनलाइन रिसर्च
6 संचार एवं सहयोग टूल्स
7 डिजिटल नागरिकता एवं ऑनलाइन व्यवहार
8 कम्प्यूटेशनल थिंकिंग एवं एल्गोरिद्म
9 स्क्रैच प्रोग्रामिंग
10 पाइथन प्रोग्रामिंग बेसिक्स
11 एडटेक, एआई एवं साइबर सुरक्षा
12 डेटा प्रबंधन
13 एआई से वर्कशीट बनाना
14 डिजिटल टूल्स में समस्या समाधान
15 एआई-सहयोगित वीडियो एडिटिंग
16 एआई आधारित वॉइस मॉड्यूलेशन
17 कैलकुलेटर प्रोग्राम
18 क्विज एप्लिकेशन
19 ग्रेड एनालाइजर
20 इंटरएक्टिव टाइमटेबल
21 स्टोरी-बेस्ड गेम
22 एनीमेशन एक्टिविटी
23 कैनवा पोस्टर, सोशल मीडिया ग्राफिक्स, स्लाइड एवं प्रमाणपत्र डिजाइन
24 गूगल शीट्स ऑनलाइन डेटा हैंडलिंग
25 गूगल फॉर्म्स और स्लाइड्स

