वाराणसी सदर तहसील को सीधा जौनपुर-केराकत तहसील से जोड़ने वाली भोजुबीर सिन्धौरा मार्ग (Varanasi-Jaunpur Route) की दयनीय स्थिति पर स्थानीय लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। VVIP अधिकारियों को ट्रेड सेंटर पहुंचाने के लिए जानबूझकर सीधे-सीधे 3 किलोमीटर की यात्रा को 11 किलोमीटर में बदल दिया जा रहा है, ताकि उन्हें सड़क की खराब स्थिति का पता न चल सके। लोगों का कहना है कि इस मार्ग पर रोजाना 15 से 20 बच्चे स्कूल जाते समय गिरते हैं, जिससे कई दुर्घटनाएं हो रही हैं। महिलाओं ने भी इस खस्ताहाल सड़क पर चलना बंद कर दिया है। चार साल से चल रही इस समस्या के समाधान की कोई पहल नहीं हो रही है।

Varanasi-Jaunpur Route: चक्काजाम कर जताया विरोध
इसी के विरोध में अपना आक्रोश जताते हुए आज स्थानीय लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने चक्काजाम करके सम्बंधित विभागीय अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने इसे विभागीय अधिकारियों (Varanasi-Jaunpur Route) की लापरवाही बताया। इसी के साथ ही उन्होंने इस समस्या के जल्द से जल्द निवारण की मांग की है। इस दौरान उनका यह चेतावनी भी दी कि यदि इस समाया का जल्द से जल्द निवारण नहीं किया गया तो यह सांकेतिक आंदोलन उग्र आंदोलन में बदल जायेगा।

आये दिन होती है दुर्घटनाएं
पार्षद प्रतिनिधि ज्ञानचंद पटेल ने इस सड़क की हालत पर चिंता जताते हुए कहा कि इस मार्ग पर रोजाना 15 से 20 बच्चे स्कूल जाते समय गिरते हैं, जिससे कई दुर्घटनाएं होती हैं। उन्होंने बताया कि महिलाएं भी इस खस्ताहाल सड़क पर चलना बंद कर चुकी हैं। यह समस्या पिछले चार साल से बनी हुई है, लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि इस स्थिति का आकलन करने के लिए उन्होंने स्थानीय लोगों को एक चुनौती दी थी, जिसमें उन लोगों को 500 रुपये का इनाम देने का ऐलान किया गया था, जो बिना गिरे या भीगे गड्ढों को पार कर सकें। लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया है, क्योंकि यहां के गड्ढे 2 से 2.5 फीट गहरे हैं और बारिश के कारण स्थिति और खराब हो जाती है।
निकटवर्ती है PWD, VDA और नगर निगम के कार्यालय
पटेल ने आरोप लगाया कि इस स्थिति का मुख्य कारण (Varanasi-Jaunpur Route) विभागीय लापरवाही है। उन्होंने कहा कि निकटवर्ती PWD, VDA और नगर निगम के कार्यालय होने के बावजूद सभी इसके प्रति अनजान बने हुए हैं।

वहीं, VDA कॉलोनी फेज 2 के निवासी डॉ. जेपी तिवारी ने कहा कि यह समस्या वर्षों से चल रही है, खासकर बरसात में स्थिति और बत्तर हो जाती है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र में इस प्रकार की प्रशासनिक लापरवाही (Varanasi-Jaunpur Route) चिंताजनक है। डॉ. तिवारी ने कहा कि पहले भी कई बार आंदोलन हो चुके हैं, लेकिन कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। यहां तक कि ऐसा कोई दिन नहीं है जब 25 से 30 लोग इन गड्ढों में गिरकर चोटिल न होते हों।
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