Basant Mahila Mahavidyalay: राजघाट स्थित वसंत महिला महाविद्यालय के सभागार में सत्र 2023- 24 के नव प्रवेशी छात्राओं के लिए प्रवर्तन कार्यक्रम दीक्षारंभ आयोजित किया गया। कार्यक्रम सहपाठ्यचारी क्रियाकलाप समिति के सहयोग से संचालित हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नव प्रवेशी छात्राओं को महाविद्यालय के इतिहास से परिचित कराना, शिक्षकों एवं वरिष्ठ छात्राओं के साथ सामंजस्य पूर्ण संबंध स्थापित करना एवं बेहतर तालमेल बिठाने की कला को सिखाना था। इसके अलावा उनमें मानवीय मूल्यों को विकसित करना तथा देश और समाज का एक जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा प्रदान करना था।
इसी क्रम में नव प्रवेशी छात्राओं को महाविद्यालय [Basant Mahila Mahavidyalay] के विभिन्न एकेडमिक क्रियाकलापों, समितियों, क्लबों, प्रकोष्ठों से संबंधित जानकारी को भी साझा किया गया और महाविद्यालय द्वारा छात्राओं के कौशल विकास के लिए संचालित किए जाने वाले विभिन्न सर्टिफिकेट और डिप्लोमा पाठ्यक्रम के बारे में भी बताया गया। साथ ही साथ छात्राओं की सहायता के लिए दिए जाने वाले विभिन्न सुविधाओं से भी अवगत कराया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए महाविद्यालय [Basant Mahila Mahavidyalay] की प्राचार्या प्रो. अल्का सिंह ने कहा कि हमारे महाविद्यालय का एक गौरवशाली इतिहास रहा है। यह महाविद्यालय बनारस का सबसे पुराना महाविद्यालय है। जिसकी स्थापना सन 1913 में भारत की प्रख्यात शिक्षाविद् डॉ० एनी बेसेंट ने किया था। यह महाविद्यालय आधुनिक भारत के प्रख्यात दार्शनिक चिंतक जे कृष्णमूर्ति के आदर्शों पर चलने वाला है। कार्यक्रम के अगले चरण में शारदीय नवरात्र के उपलक्ष में छात्राओं द्वारा गरबा नृत्य का भी आयोजन किया गया।

Basant Mahila Mahavidyalay: इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में महाविद्यालय की अधिकाधिक छात्राओं ने भाग लिया और गरबा गरबा नृत्य डांडिया के साथ किया। संयोजन डॉ. श्रेया पाठक, संचालन डॉ. पुनीता पाठक और धन्यवाद ज्ञापन डॉ. प्रवीण कुमार ने दिया। नवरात्रि महोत्सव के इस गरबा नृत्य के आयोजन में छात्राओं ने कलश एवं नारियल पूजन के साथ गरबा की शुरूआत की ।प्रोफेसर परवीन सुल्ताना, डॉ. श्वेता, डॉ. विभा सिंह एवं डॉ. अंजना सिंह ने सकुशलता से संपन्न कराया। कार्यक्रम में प्रो. रंजना सेठ, प्रो. विभा जोशी, डॉ. आरएन मोहता, डॉ. प्रीति सिंह, डॉ. अंजना सिंह, डॉ. विभा सिंह, डॉ. संदीप पांडे, डॉ. योगिता बेरी, डॉ. रचना पांडे, डॉ. अरविंद जायसवाल के अलावा महाविद्यालय के सभी शिक्षक एवं छात्राएं उपस्थित रही।