Raibareli Loksabha: कांग्रेस की पैतृक सीट रायबरेली से राहुल गांधी नामांकन दाखिल कर चुके हैं। मां सोनिया गांधी के द्वारा सीट छोड़ने पर राहुल अब इस सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। यूपी के प्रमुख सीटों में से एक रायबरेली सीट कांग्रेस का गढ़ रही है। अब इस सीट पर कांग्रेस की तीसरी पीढ़ी का राजनीतिक सफ़र शुरू होगा।
रायबरेली लोकसभा सीट के इतिहास पर गौर करें तो सबसे पहले वर्ष 1952 में इस सीट से फ़िरोज़ गांधी चुनाव लड़े और जीते। इसके बाद वर्ष 1958 में पुन: वह चुनाव जीते। फिरोज गांधी के निधन के बाद वर्ष 1967 में इंदिरा गांधी ने इस सीट से पर्चा भरकर अपने राजनीतिक पारी की शुरुआत की। ऐसे में यह सीट गांधी परिवार की विरासत बन गई है। वर्ष 2004 में इंदिरा गांधी की बहू सोनिया गांधी ने इस सीट से चुनाव लड़ा और पांच बार सांसद चुनी गईं। अब सोनिया गांधी के बेटे राहुल गांधी लोकसभा सीट से उतर कर गांधी परिवार की विरासत को संभालने जा रहे हैं।

सोनिया का रायबरेली की जनता को मार्मिक पत्र
दरअसल, सोनिया गांधी ने राज्यसभा में जाने से पहले रायबरेलीवासियों के नाम एक मार्मिक पत्र लिखा था, जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसी के बाद से कयास लगाए जाते रहे कि गांधी परिवार से कोई न कोई चुनाव रायबरेली से जरूर लड़ेगा। यहां से प्रियंका गांधी का नाम चल रहा था, लेकिन एऐन मौके पर उनके भाई राहुल गांधी के चुनाव लड़ने का एलान कर दिया गया।
राहुल बनाम भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप
हाई प्रोफाइल रायबरेली संसदीय सीट पर भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह लगातार दूसरी बार गांधी परिवार के सामने होंगे। 2019 में दिनेश प्रताप सिंह सोनिया गांधी के सामने चुनाव लड़े थे। उन्होंने कांग्रेस को कभी टक्कर दी थी लेकिन चुनाव हार गए थे। 2018 में दिनेश प्रताप सिंह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए थे। सोनिया गांधी को 5,31,918 मत मिले थे। भाजपा उम्मीदवार दिनेश प्रताप सिंह को 3,67,740 मत मिले थे। दिनेश प्रताप 1,64,178 मतों से हार गए थे, लेकिन उन्होंने सोनिया गांधी के जीत के अंतर को कम कर दिया था।
Raibareli Loksabha: कब कौन रहा सांसद
1952- फिरोज गांधी (कांग्रेस)
1958- फिरोज गांधी (कांग्रेस)
1962- ब्रजलाल (कांग्रेस)
1967- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1971- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1977- राजनारायण (बीकेडी)
1980- इंदिरा गांधी (कांग्रेस)
1981-अरुण नेहरू( कांग्रेस) उपचुनाव
1984- अरूण नेहरू (कांग्रेस)
1989- शीला कौल (कांग्रेस)
1991- शीला कौल (कांग्रेस)
1996- अशोक सिंह (भाजपा)
1998- अशोक सिंह (भाजपा)
1999- कैप्टन सतीश शर्मा(कांग्रेस)
2004- सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2006-सोनिया गांधी (कांग्रेस) उपचुनाव
2009- सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2014-सोनिया गांधी (कांग्रेस)
2019-सोनिया गांधी (कांग्रेस)