Gyanvapi Case: ज्ञानवापी (Gyanvapi) मामले में सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को दो महत्वपूर्ण याचिकाओं पर सुनवाई हुई। हिंदू पक्ष ने नई याचिका दाखिल कर ज्ञानवापी के सीलबंद वजुखाने के क्षेत्र का भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) से सर्वे करवाने की मांग की। इसके साथ ही, सभी 15 मुकदमों को इलाहाबाद हाईकोर्ट में ट्रांसफर करने की याचिका पर भी विचार हुआ।
Gyanvapi: सीलबंद क्षेत्र के ASI सर्वे की मांग
हिंदू पक्ष का दावा है कि वजुखाने के सीलबंद क्षेत्र में मिली ठोस संरचना शिवलिंग है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र का भी ASI सर्वे किया जाना चाहिए, ताकि मंदिर की उपस्थिति से जुड़े और सबूत जुटाए जा सकें। यह क्षेत्र फिलहाल सुप्रीम कोर्ट के 2022 के आदेश के तहत सील है। हिंदू पक्ष ने इस आदेश में संशोधन की मांग करते हुए सीलबंद हिस्से को सर्वे के लिए खोलने की अनुमति मांगी है।
सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए मुस्लिम पक्ष, अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी, को नोटिस जारी किया है। अदालत ने मुस्लिम पक्ष को 15 दिनों के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया है।
15 केसों को हाईकोर्ट ट्रांसफर करने की याचिका
हिंदू पक्ष ने पिछले महीने सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर कर ज्ञानवापी से जुड़े सभी 15 मुकदमों को इलाहाबाद हाईकोर्ट में ट्रांसफर करने की मांग की थी। याचिकाकर्ताओं का तर्क है कि इन मामलों पर एकसाथ सुनवाई होनी चाहिए, जिससे कानूनी और ऐतिहासिक विवादों का समाधान शीघ्र हो सके।
वर्तमान में, ज्ञानवापी परिसर से जुड़े 9 मुकदमे वाराणसी जिला जज और 6 मुकदमे सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में लंबित हैं।
कानूनी और ऐतिहासिक प्रश्न
हिंदू पक्ष ने कहा है कि इन मामलों में कई महत्वपूर्ण कानूनी और ऐतिहासिक सवाल उठते हैं, जैसे:
- ऐतिहासिक तथ्यों की सत्यता।
- ASI की प्रक्रिया।
- हिंदू और मुस्लिम कानूनों की व्याख्या।
- संविधान के अनुच्छेद 300ए (संपत्ति के अधिकार) से संबंधित मुद्दे।
याचिकाकर्ताओं का मानना है कि इन जटिल मुद्दों का समाधान हाईकोर्ट में ही संभव है।
अगली सुनवाई 17 दिसंबर को
सुप्रीम कोर्ट ने दोनों याचिकाओं पर विचार करते हुए अगली सुनवाई की तारीख 17 दिसंबर निर्धारित की है। अदालत ने मुस्लिम पक्ष को निर्देश दिया है कि वे दोनों मामलों में समय पर जवाब दाखिल करें।
Highlights
यह केस धार्मिक, कानूनी और ऐतिहासिक दृष्टि से संवेदनशील है और इसकी सुनवाई पर पूरे देश की नजर है।