लखनऊ को आपदा ग्रस्त न मानने से बागवानों में रोष
समिति के बैनर तले किसानों ने सीएम को सम्बोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
लखनऊ। एक तो बारिश व ओलावृष्टि की मार उसके बाद सरकार का आपदा ग्रस्त मानने से इंकार ने किसानों में रोष व्याप्त कर दिया है बागवानों की दुर्दशा को सरकार तक पहुंचाने के लिए अवध आम उत्पादक एवं बागवानी समिति ने बीते सोमवार को मुख्यमंत्री को सम्बोधित 5 सूत्रीय ज्ञापन एसडीएम को सौंपा ।

समिति के महासचिव उपेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि बड़ी विडंबना है कि मलिहाबाद फल पट्टी में काफी हद तक आम की फसल का नुकसान होने के बावजूद लखनऊ को आपदा जिले में नहीं रखा गया है। उन्होंने सरकार से मांग किया है कि बारिश व ओलावृष्टि में हुए नुकसान की मौसम विभाग की रिपोर्ट के आधार पर तय करते हुए क्षतिपूर्ति के रूप में प्रत्येक किसान को प्रति हेक्टेयर 80 हजार की आर्थिक मदद की जाए।आम का निर्यात बढ़ाने के लिए ए ग्रेड के आम का सरकारी मूल्य तय होना चाहिए।समय पर व सभी को कैरेट व डिब्बा दिलाए जाने के लिए सम्बन्धित संस्था को निर्देशित किया जाए।

सरकार का किसानों के निजी नलकूपों को सौ प्रतिशत बिजली बिल में छूट देने का फैसला सराहनीय है लेकिन विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता के कार्यालय में कोई शासनादेश न पहुंचने से बनी भ्रम की स्थिति को दूर किया जाए। इसी के साथ जागरूक उपभोक्ता जन कल्याण समिति के अध्यक्ष लेखराम मौर्य,उपाध्यक्ष कमलेश वर्मा व महासचिव खलील अहमद ने भी बर्बाद हुई फसल का मुआवजा दिलाने की मांग की। ज्ञापन सौंपने के दौरान समिति के सचिव सहित परवेज अहमद खान,सुजाउल रहमान खान,शुऐब खान व दर्जनों किसान मौजूद रहे।
sudha jaiswal