Diksha Mahila Foundation: सावन व पुरुषोत्तम मास के मद्देनजर दीक्षा महिला कल्याण शोध संस्थान (Diksha Mahila Foundation) के ओर से मैदागिन स्थित कंपनी गार्डन में ‘नि:शुल्क मेंहदी रचाओ शिविर’ का आयोजन किया गया है। जिसमें महिलाएं बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। संस्था के ओर से आई युवतियां महिलाओं को नि:शुल्क मेंहदी लगा रही हैं। केवल इतना ही नहीं, महिलाओं से मेंहदी का कोई भी खर्च नहीं लिया जा रहा है। संस्था की ओर से मेंहदी शिविर लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
संस्था की अध्यक्ष व समाजसेविका संतोषी शुक्ला (Diksha Mahila Foundation) ने बताया कि मेंहदी में 49 औषधीय गुण हैं। मेंहदी सिर्फ रंग ही नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति का हिस्सा भी है। सुहागिन महिलाओं के जीवन में इसका खास महत्व है। संस्था के ओर से यह शिविर पूरे सावन और पुरुषोत्तम मास भर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में चलाया जायेगा।

मैदागिन स्थित कंपनी गार्डेन में तीन दिनों से इस शिविर का आयोजन किया जा रहा है। 2 घंटे के इस शिविर में प्रतिदिन लगभग 50 महिलाएं इसका लाभ ले रही हैं। बताया जा रहा है कि यह शिविर पूरे सावन भर नि:स्वार्थ भाव से चलता रहेगा।

क्या बोलीं महिलाएं–
इस कैंप में आकर मैंने व मेरी मां ने मेंहदी लगवाया है। सावन में सुहागिनों को मेंहदी लगवाना काफी शुभ माना जाता है। ऐसे में हमने यहां आकर मेंहदी लगवाया है।
- मोनी मेहरोत्रा, कालभैरव।
बाहर में मेहंदी लगवाने का आर्टिस्ट काफी ज्यादा चार्ज करते है। ऐसे में संस्था के ओर से नि:शुल्क लगाए गए इस कैंप का हम सभी ने लाभ उठाया है।
- नीतू कुमारी, दारानगर।
महिला संस्थान के ओर से आयोजित इस कैंप में मेरे पूरे परिवार के सभी महिलाओं ने मेंहदी लगवाया है। संस्था का यह कार्य अत्यंत पुनीत है।
- कौशल्या पांडेय, महमूरगंज।
Diksha Mahila Foundation: 8 वर्षों से समाजसेवा में तत्पर
बता दें कि दीक्षा महिला कल्याण शोध संस्थान पिछले 8 वर्षों से समाजसेवा का विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रही है। संस्था अब तक सैकड़ों गरीब बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रही है। इसके अलावा महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु इसके द्वारा विभिन्न तरह के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाते हैं।