Varanasi Gangrape Case: वाराणसी में हाल ही में हुई कथित गैंगरेप की सनसनीखेज घटना में एक के बाद एक नए राज खुलते नजर आ रहे हैं। पुलिस को लड़की के खिलाफ मिले सारे सबूतों के बाद अब इस मामले ने एक और नया एक नए मोड़ पर ले लिया है। दरअसल, इस मामले में एक अहम मोड़ तब आया जब पीड़िता की एक सहेली, जिसका नाम भी इस मामले में लिया गया था, वह आरोपियों के परिजनों के साथ ज्ञापन देने के लिए खुद संसदीय कार्यालय के लिए निकली।

इस केस में गिरफ्तार युवकों के परिजन बेहद आक्रोशित हैं और उन्हें बेगुनाह बताते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। वहीं बीते दिनों परिजनों (Varanasi Gangrape Case) की मांग को देखते हुए और सभी सबूतों के आधार पर पुलिस कमिश्नर ने मामले की निष्पक्ष जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन कर दिया था।

इसी क्रम में मंगलवार को बड़ी संख्या में महिलाएं और पुरुष, पीड़िता के सहेली के साथ प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय में ज्ञापन (Varanasi Gangrape Case) देने के लिए निकले, हाथों में तख्तियां और जमकर नारेबाजी करते हुए सभी अपमे गंतव्य को जा ही रहे थे कि पुलिस ने उन्हें गुरुधाम चौराहा पर ही रोक लिया।
पुलिस ने काफी देर तक उन्हें समझाने (Varanasi Gangrape Case) का प्रयास किया। वहीं पुलिस ने बैरिकेडिंग करके सभी को चौराहे पर ही रोक लिया लेकिन चिलचिलाती धुप होने के बाद भी न्याय मिलने की आश में आरोपी के परिजन वहां से हिलने को तैयार न थे। इसके बाद एसीपी भेलूपुर ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया और परिजनो की मांग का ज्ञापन वहीं बीच रास्ते में ही ले लिया।

सहेली के बयान से Varanasi Gangrape Case में आया नया मोड
पीड़िता की सहेली ने खुद मीडिया से बात करते हुए पूरी घटना को संदिग्ध बताया और कहा कि कुछ लोग साजिश के तहत युवकों (Varanasi Gangrape Case) को फंसा रहे हैं। मैं पीड़िता की सहेली हूं लेकिन ऐसी लड़की को अपनी सहेली बताते हुए मुझे बेहद शर्म आ रही है क्योंकि ऐसी लड़कियां दोस्त कहलाने लायक ही नहीं है।
उसने बताया कि वह पुरे टाइम में मेरे साथ थी और मुझे पता ही नहीं चला कि वह षड़यंत्र रच रही और अब तो इस घटना को लेकर खुद काशी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वाराणसी दौरे के दौरान पुलिस कमिश्नर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से जानकारी ली थी। अब पूरे मामले (Varanasi Gangrape Case) की सीसीटीवी फुटेज और एसआईटी जांच के जरिए गहराई से छानबीन की जा रही है। जो दोषी है उसे सजा मिलनी चाहिए।

प्रदर्शन में शामिल दिलशाद अहमद ने कहा कि बीते दिनों वाराणसी में गैंगरेप का जो मामला इतना हाइप ले रहा है वो सरासर गलत है। हमें पुलिस कमिश्नर को सभी साबुत भी पेश कर दिए थे लेकिन अब तक जो लोग बेगुनाह है वो जेल के सलाखों के पीछे है और जो लड़की है वह वसूली का काम करती है वह आराम से बाहर है। हालांकि मामले (Varanasi Gangrape Case) के लिए SIT टीम गठित की गई है जो अपना काम तो कर रहे है लेकिन परिजनों में बहुत आक्रोश है क्योंकि उनके बेकसूर बच्चे आज उस लड़की के वजह से जेल के सलाखों के पीछे है।

वहीं गुड्डू मालिक ने बताया कि हमें न्याय चाहिए न कि किसी निर्दोष का जीवन बर्बाद होता देखना। वो जो लड़की है अगर उसके साथ कुछ गलत हुआ है तो जरुर न्याय हो लेकिन हमने सभी साक्ष्यों को जुटाकर पुलिस कमिश्नर को सौपा है और उससे यह साफ़ जाहिर होता है वो लड़के जिन्हें आरोपी बनाकर जेल भेजा गया वह बेकसूर है।
अब देखना यह होगा कि इस मामले में जो एक के बाद एक नए मोड सामने आ रहे है ऐसे में पुलिस किस प्रकार का एक्शन लेगी और जो SIT टीम गठित की गई है वो किसके पक्ष में आएगी हालांकि पीड़िता की सहेली के बयान के बाद से इस मामले में और भी ज्यादा ट्विस्ट आ गया है