Varanasi: उत्तर प्रदेश शासन ने वाराणसी प्रशासन में बड़ा फेरबदल किया है। जिले के मौजूदा जिलाधिकारी एस. राजलिंगम को अब प्रमोशन देकर वाराणसी का नया मंडलायुक्त बना दिया गया है। वहीं अब तक मंडलायुक्त पद संभाल रहे कौशल राज शर्मा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सचिव नियुक्त किया गया है। साथ ही, सत्येंद्र कुमार को वाराणसी का नया जिलाधिकारी बनाया गया है।
Varanasi: एस. राजलिंगम को मिला कमिश्नर का पद
2009 बैच के आईएएस अफसर एस. राजलिंगम ने वाराणसी में डीएम के तौर पर अपनी मजबूत प्रशासनिक क्षमता का परिचय दिया। इसी का नतीजा है कि उन्हें अब मंडलायुक्त (Varanasi) जैसे ऊंचे पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एस. राजलिंगम इससे पहले औरेया, सुल्तानपुर, अयोध्या, सोनभद्र और कुशीनगर जैसे कई ज़िलों में जिलाधिकारी रह चुके हैं। इसके अलावा, वे विभिन्न मंत्रालयों में सचिव पद पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। यह काशी में दूसरी बार है जब किसी वर्तमान डीएम को ही मंडलायुक्त पद पर पदोन्नत किया गया है, जो उनके कार्यकाल की सराहना का प्रतीक है।
कौशल राज शर्मा को सीएम सचिव की बड़ी जिम्मेदारी
वर्ष 2019 से काशी में बतौर डीएम और फिर कमिश्नर के रूप में कार्यरत कौशल राज शर्मा को मुख्यमंत्री कार्यालय में सचिव के रूप में नई भूमिका दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र (Varanasi) में लंबे समय तक सेवा देने वाले और पीएमओ के प्रिय अफसरों में गिने जाने वाले कौशल राज शर्मा का प्रशासनिक कार्यकाल काशी में काफी सराहनीय रहा।
गौरतलब है कि 2022 में उन्हें प्रयागराज ट्रांसफर किया गया था, लेकिन पीएमओ के हस्तक्षेप के चलते उनका तबादला महज 24 घंटे में ही रद्द कर दिया गया और वे फिर वाराणसी के कमिश्नर बनाए गए।
सत्येंद्र कुमार संभालेंगे वाराणसी के डीएम का पद
2013 बैच के आईएएस अधिकारी सत्येंद्र कुमार को वाराणसी (Varanasi) का नया जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के निवासी सत्येंद्र कुमार इससे पहले मुख्यमंत्री कार्यालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत थे। अब वे काशी जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण जिले की प्रशासनिक बागडोर संभालेंगे।
वाराणसी (Varanasi) में यह फेरबदल राज्य सरकार के प्रशासनिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। इससे एक ओर जहां वरिष्ठ अधिकारियों को नई जिम्मेदारियाँ देकर उनकी कार्यक्षमता को और व्यापक स्तर पर उपयोग में लाया जा रहा है, वहीं युवा और ऊर्जावान अधिकारियों को अहम ज़िम्मेदारियाँ देकर प्रशासन में नई ऊर्जा का संचार भी किया जा रहा है।