• About
  • Advertise
  • EPaper
Saturday, August 2, 2025
No Result
View All Result
Hindi News,Breaking News, Latest News, Political News
E-PAPER
english news
  • होम
  • देश-विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
      • वाराणसी
      • प्रयागराज
      • अयोध्या
      • लखनऊ
      • गोरखपुर
      • कानपुर
  • राजनीति
  • एंटरटेनमेंट
    • बॉलीवुड
    • हॉलीवुड
    • टॉलीवुड
    • भोजपुरी
    • टीवी
    • वेब सीरीज
    • मूवी रिव्यु
  • धर्म कर्म
  • बिज़नेस
  • हेल्थ
  • खेल
  • साइंस
    • टेक्नोलॉजी
    • ऑटोमोबाइल
  • लाइफस्टाइल
    • फैशन
    • स्वास्थ्य
    • ट्रैवेल
    • खान-पान
  • एजुकेशन
  • अजब गजब
  • स्पेशल स्टोरी
  • Web Story
  • होम
  • देश-विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
      • वाराणसी
      • प्रयागराज
      • अयोध्या
      • लखनऊ
      • गोरखपुर
      • कानपुर
  • राजनीति
  • एंटरटेनमेंट
    • बॉलीवुड
    • हॉलीवुड
    • टॉलीवुड
    • भोजपुरी
    • टीवी
    • वेब सीरीज
    • मूवी रिव्यु
  • धर्म कर्म
  • बिज़नेस
  • हेल्थ
  • खेल
  • साइंस
    • टेक्नोलॉजी
    • ऑटोमोबाइल
  • लाइफस्टाइल
    • फैशन
    • स्वास्थ्य
    • ट्रैवेल
    • खान-पान
  • एजुकेशन
  • अजब गजब
  • स्पेशल स्टोरी
  • Web Story
No Result
View All Result
Hindi News,Breaking News, Latest News, Political News
No Result
View All Result
Home धर्म कर्म

रामायण के विभीषण का संपूर्ण जीवन परिचय

by ANUPAMA DUBEY
July 5, 2023
in धर्म कर्म
0
रामायण के विभीषण का संपूर्ण जीवन परिचय
0
SHARES
6
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

विभीषण(कुल नाशक) का जन्म ब्राह्मण-राक्षस परिवार में हुआ था

विभीषण रामायण का एक ऐसा पात्र था जिसका जन्म तो एक राक्षस कुल में हुआ था लेकिन स्वभाव से वह धर्मावलंबी था। उसने भगवान श्रीराम व रावण के युद्ध के समय धर्म का साथ दिया व रावण वध में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी। उसने युद्ध में कई बार श्रीराम व उनकी सेना का उचित मार्गदर्शन किया तथा अंत में लंका का राजा बना। आज हम आपको विभीषण का संपूर्ण जीवन परिचय देंगे।

विभीषण

रामायण में विभीषण का जीवन परिचय

विभीषण का जन्म व परिवार

विभीषण(कुल नाशक) का जन्म ब्राह्मण-राक्षस परिवार में हुआ था। उसके पिता महान ऋषि विश्रवा व माँ राक्षसी कैकसी थी। उसके दो बड़े भाई लंकापति रावण व कुंभकरण तथा एक बहन शूर्पनखा थी। इसके अलावा उसके कई और सौतेले भाई-बहन भी थे।

कुल नाशक का विवाह सरमा नामक स्त्री से हुआ था। कुछ मान्यताओं के अनुसार जब माता सीता अशोक वाटिका में थी तब उनकी सहायता करने वाली त्रिजटा कुल नाशक की ही पुत्री थी।

कुल नाशक की हनुमान से भेंट

जब रावण माता सीता का हरण करने जाने वाला था तब कुल नाशक ने उनके छोटे भाई व लंका के मंत्री होने के नाते उसे परामर्श दिया कि वह ऐसा कुकर्म ना करे। माता सीता के हरण के बाद भी उसने कई बार रावण को उन्हें वापस लौटा देने की मांग की लेकिन उनकी एक नही सुनी गयी।

माता सीता के हरण के कुछ माह पश्चात श्रीराम के दूत हनुमान उनका पता लगाते हुए लंका आए। जब हनुमान ने राक्षस नगरी में एक विष्णु भक्त का घर देखा तो वे ब्राह्मण वेश में उनसे मिलने पहुँच गए। तब कुल नाशक की प्रथम बार हनुमान से भेंट हुई। हनुमान को कुल नाशक से मिलकर बहुत प्रसन्नता हुई।

अगले दिन कुल नाशक ने देखा कि हनुमान को मेघनाद के द्वारा बंदी बना लिया गया है। तब उसने रावण से उसे मुक्त कर देने की याचना की लेकिन रावण ने उसकी नहीं सुनी। रावण ने हनुमान की पूँछ में आग लगवा दी जिसके फलस्वरूप हनुमान ने पूरी लंका में आग लगा दी।

रावण का कुल नाशक को लंका से निष्कासित करना

माता सीता का पता लगने के पश्चात श्रीराम वानर सेना के साथ समुंद्र तट तक पहुँच गए तथा लंका तक सेतु बनाने का कार्य करने लगे। तब रावण के दरबार में मंत्रणा बुलायी गयी जिसमे कुल नाशक ने पूरे जोर-शोर से माता सीता को लौटा देने व श्रीराम की शरण में जाने को कहा।

रावण को कुल नाशक के द्वारा बार-बार एक ही बात कहे जाने से क्रोध आ गया व उसने सभी के सामने कुल नाशक को ठोकर मारकर सीढ़ियों से नीचे गिरा दिया। इसी के साथ उसने कुल नाशक को लंका राज्य से निष्कासित कर दिया। इसके बाद कुल नाशक अपने विश्वस्त मित्रों के साथ लंका से निकल गए।

कुल नाशक का श्रीराम की शरण में जाना

लंका से निष्कासित होने के पश्चात कुल नाशक ने धर्म का साथ देते हुए श्रीराम की शरण में जाने का निर्णय लिया। वे आकाश मार्ग से समुंद्र पार करके श्रीराम के पास पहुंचे व सारी घटना का वृतांत सुनाया। शुरू में श्रीराम के मंत्रियों इत्यादि ने शत्रु के भाई को अपनाने पर संदेह जताया तथा कुल नाशक को उनका भेदी बताया लेकिन हनुमान ने श्रीराम को कुल नाशक के चरित्र से अवगत करवाया।

हनुमान के द्वारा कुल नाशक के साथ हुई अपनी भेंट का वृतांत सुनने के पश्चात व शरण में आए शत्रु की भी सहायता करने के धर्म का पालन करने के लिए श्रीराम ने कुल नाशक को शरण दे दी। इसके साथ ही श्रीराम का उद्देश्य लंका पर आधिपत्य करना नहीं था बल्कि उन्हें तो बस रावण का वध करके माता सीता को पुनः प्राप्त करना था।

रावण वध के पश्चात लंका राजा विहीन हो जाती इसलिये यह सोचकर की उसके बाद वे कुल नाशक को राजा बना सकते हैं, उन्होंने कुल नाशक को स्वीकार कर लिया व उसी समय उनका लंका के राजा के तौर पर राज्याभिषेक भी कर दिया।

कुल नाशक के द्वारा युद्ध में श्रीराम की सहायता करना

कुल नाशक रावण का भाई था व लंका का मंत्री भी, इसलिये उसे लंका के सभी छोटे-बड़े रहस्य ज्ञात थे। इसी का लाभ उसने युद्ध में उठाया। उसने बहुत बार श्रीराम तथा उनकी सेना की युद्ध में सहायता की व उन्हें विजयी बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उदाहरण के तौर पर:

1.उनके द्वारा प्रतिदिन किसी भी महत्वपूर्ण राक्षस के युद्धभूमि में आने पर उसकी शक्तियों व कमजोरियों का वृतांत करना।

2.कुंभकरण को समझाने का प्रयास करना व श्रीराम के साथ मिलने का प्रस्ताव रखना।

3.लक्ष्मण के मुर्छित होने पर लंका के राजवैद्य सुषेण के बारे में बताना।

4.मेघनाद के अपनी कुलदेवी निकुम्बला के यज्ञ को लक्ष्मण की सहायता से विफल करवाना।

5.मेघनाद की मृत्यु में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना इत्यादि।

कुल नाशक के द्वारा श्रीराम की सबसे महत्वपूर्ण सहायता अंतिम युद्ध में की गयी जब आकाश मार्ग में श्रीराम व रावण का भीषण युद्ध चल रहा था। उस समय श्रीराम लगातार रावण का मस्तक काटे जा रहे थे लेकिन वह पुनः जीवित हो उठता। यह देखकर कुल नाशक श्रीराम के पास गए व उन्हें रावण की नाभि में अमृत होने की बात बतायी।

श्रीराम ने कुल नाशक के कहे अनुसार आग्नेय अस्त्र का प्रयोग करके रावण की नाभि का अमृत सुखा दिया तथा फिर ब्रह्मास्त्र का अनुसंधान करके उसका वध कर दिया।

कुल नाशक का लंकापति बनना व मंदोदरी से विवाह

रावण वध के पश्चात श्रीराम के आदेश पर लक्ष्मण के द्वारा कुल नाशक का राज्याभिषेक कर दिया गया। लंकापति बनते ही कुल नाशक ने माता सीता को सम्मान सहित मुक्त करने का आदेश दिया। श्रीराम ने रावण की प्रमुख पत्नी मंदोदरी के साथ विवाह करने के लिए कुल नाशक को कहा। कुल नाशक ने इसे स्वीकार कर लिया तथा मंदोदरी के भी मान जाने पर दोनों का विवाह हो गया।

इसके बाद कुल नाशक श्रीराम व अन्य लोगों के साथ पुष्पक विमान पर बैठकर अयोध्या गए। वहां जाकर उन्होंने उनका राज्याभिषेक देखा व कुछ दिन अयोध्या में व्यतीत करने के पश्चात पुनः लंका लौट गए। कुल नाशक ने लंका में धर्म का शासन स्थापित किया तथा कई वर्षों तक राज करने के बाद अपनी देह का त्याग कर दिया।

Anupama Dubey

Related Posts:

  • रामायण के कुंभकरण का संपूर्ण जीवन परिचय
  • Dhanteras: हर सेक्टर पर लक्ष्मी की कृपा, धन की हुई…
  • Dhanteras Market: बनारस में हर सेक्टर पर लक्ष्मी की…
  • रामायण के राजा जनक का संपूर्ण जीवन परिचय
  • Varanasi Loksabha Analysis: कम अंतर ने उड़ाई भाजपा की…
  • रामायण की तारा का संपूर्ण जीवन परिचय
Tags: धर्म कर्मरामायण के विभीषण का संपूर्ण जीवन परिचयविभीषण का संपूर्ण जीवन परिचयसंपूर्ण जीवन परिचय
Previous Post

House Tax : मिलेगी 10 प्रतिशत की छूट, 2.18 लाख भवन स्वामियों को होगा फायदा

Next Post

रामायण की तारा का संपूर्ण जीवन परिचय

Next Post
रामायण की तारा का संपूर्ण जीवन परिचय

रामायण की तारा का संपूर्ण जीवन परिचय

Web Stories

10 Things to know about The Kerala Story
Rashifal: 21 अप्रैल से वृहस्पति बदलेंगे अपनी चाल, राशियों पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव
ब्लैक साड़ी में खुबसूरत दिखीं South Actress Keerthy Suresh
गोल्डन लहंगे में दुल्हन बनीं एक्ट्रेस Mrunal Thakur
बदलने वाली है ग्रहों की चाल, राशियों पर पड़ेगा ये प्रभाव

Recent Posts

  • भारत पर जो वार करेगा वो पाताल में भी नहीं बचेगा- वराणसी में गरजे PM Modi, 2200 करोड़ की परियोजनाओं का किया शिलान्यास व लोकार्पण
  • Varanasi: पुलिस मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, गोली लगने से घायल, लूट और चोरी का था मास्टरमाइंड
  • काशी को कल PM Modi देंगे 2200 करोड़ की सौगात: दालमंडी चौड़ीकरण की रखेंगे आधारशिला, सेवापुरी में विशाल जनसभा
  • Varanasi: चौबेपुर का 100 मीटर सड़क बना ‘नासूर’, सड़क पर धान की रोपाई कर लोगों ने जताया विरोध, 9 साल से अधूरी पड़ी है जर्जर सड़क
  • Varanasi: सीर गोवर्धनपुर की बदहाली स्थिति से असमंजस में लोगों की जिन्दगी, स्थानीय जनता ने की प्रधानमंत्री से सीधे हस्तक्षेप की अपील
  • Varanasi: टूट सकता है वर्ष 1978 का रिकोर्ड, गंगा के रौद्र रूप से हजारों लोगों का जीवन प्रभावित, 5 सेमी प्रतिघंटे की रफ़्तार से बढ़ रहा जलस्तर
  • IIT-BHU के प्रोफेसर की पत्नी आठवीं मंजिल से लगाई छलांग, मौत, काफी समय से अवसादग्रस्त
  • Varanasi: जिलाधिकारी ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र और राहत शिविर का किया निरीक्षण, प्रभावितों को हरसंभव सहायता का दिलाया भरोसा
  • Wrestling Competition: स्टेट चैंपियनशिप के लिए वाराणसी कुश्ती टीम घोषित, 24 पहलवान दिखायेंगे दमखम, 7 महिला रेसलर पेश करेंगी चुनौती
  • BHU को मिला नया नेतृत्व: IIT कानपुर के प्रो. अजीत कुमार चतुर्वेदी बने विश्वविद्यालय के 29वें कुलपति

Categories

About Us

Jansandesh Times

Category

  • अजब गजब
  • अपराध
  • अयोध्या
  • उत्तर प्रदेश
  • एजुकेशन
  • एंटरटेनमेंट
  • ऑटोमोबाइल
  • कानपुर
  • खान-पान
  • खेल
  • गोरखपुर
  • टीवी
  • टेक्नोलॉजी
  • टॉलीवुड
  • ट्रैवेल
  • देश-विदेश
  • धर्म कर्म
  • प्रयागराज
  • फैशन
  • फ़ोटो गैलरी
  • बिज़नेस
  • बॉलीवुड
  • भोजपुरी
  • मूवी रिव्यु
  • राजनीति
  • राज्य
  • लखनऊ
  • लाइफस्टाइल
  • वाराणसी
  • वेब सीरीज
  • साइंस
  • स्पेशल स्टोरी
  • स्वास्थ्य
  • हेल्थ
  • हॉलीवुड

Recent Posts

  • भारत पर जो वार करेगा वो पाताल में भी नहीं बचेगा- वराणसी में गरजे PM Modi, 2200 करोड़ की परियोजनाओं का किया शिलान्यास व लोकार्पण
  • Varanasi: पुलिस मुठभेड़ में 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार, गोली लगने से घायल, लूट और चोरी का था मास्टरमाइंड
  • काशी को कल PM Modi देंगे 2200 करोड़ की सौगात: दालमंडी चौड़ीकरण की रखेंगे आधारशिला, सेवापुरी में विशाल जनसभा
  • Varanasi: चौबेपुर का 100 मीटर सड़क बना ‘नासूर’, सड़क पर धान की रोपाई कर लोगों ने जताया विरोध, 9 साल से अधूरी पड़ी है जर्जर सड़क
  • Varanasi: सीर गोवर्धनपुर की बदहाली स्थिति से असमंजस में लोगों की जिन्दगी, स्थानीय जनता ने की प्रधानमंत्री से सीधे हस्तक्षेप की अपील
  • About
  • Advertise
  • EPaper

© 2022 Jansandesh Times

No Result
View All Result
  • होम
  • देश-विदेश
  • राज्य
    • उत्तर प्रदेश
      • वाराणसी
      • प्रयागराज
      • अयोध्या
      • लखनऊ
      • कानपुर
      • गोरखपुर
  • राजनीति
  • एंटरटेनमेंट
    • हॉलीवुड
    • बॉलीवुड
    • टॉलीवुड
    • टीवी
    • भोजपुरी
    • वेब सीरीज
    • मूवी रिव्यु
  • धर्म कर्म
  • अपराध
  • बिज़नेस
  • हेल्थ
  • खेल
  • साइंस
    • टेक्नोलॉजी
    • ऑटोमोबाइल
  • लाइफस्टाइल
    • फैशन
    • स्वास्थ्य
    • ट्रैवेल
    • खान-पान
  • एजुकेशन
  • अजब गजब
  • स्पेशल स्टोरी
  • Web Story
  • E-Paper
  • English News

© 2022 Jansandesh Times

10 Things to know about The Kerala Story Rashifal: 21 अप्रैल से वृहस्पति बदलेंगे अपनी चाल, राशियों पर पड़ेगा बड़ा प्रभाव ब्लैक साड़ी में खुबसूरत दिखीं South Actress Keerthy Suresh गोल्डन लहंगे में दुल्हन बनीं एक्ट्रेस Mrunal Thakur बदलने वाली है ग्रहों की चाल, राशियों पर पड़ेगा ये प्रभाव
Verified by MonsterInsights