दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता शुक्रवार को रद्द कर दी गई। इस फैसले से पहले कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों ने पहले संसद और फिर दिल्ली की सड़कों पर प्रोटेस्ट किया। विपक्षी दलों ने विजय चौक तक मार्च निकाला।

जो पोस्टर विपक्षी सांसदों ने लिए थे, उन पर लिखा था। लोकतंत्र खतरे में है। इस बीच, प्रियंका और सोनिया गांधी राहुल से मिलने उनके घर पहुंचीं। सदस्यता रद्द करने के फैसले के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र की हिफाजत के लिए हमें जेल भी जाना पड़ा तो जाएंगे। दिल्ली में कांग्रेस दफ्तर पर भी कार्यकतार्ओं ने प्रदर्शन किया। उनकी पुलिस से झड़प भी हुई।

कुछ कार्यकतार्ओं को हिरासत में लिया गया। कर्नाटक में भी कांग्रेस चीफ डीके शिवकुमार को हिरासत में लिया गया है। जम्मू में भी प्रदर्शन हुए। इधर, राहुल गांधी के समर्थन में पार्टी ने सोशल मीडिया पर ‘डरो मत’ कैंपेन शुरू किया है। पार्टी के ट्विटर हैंडल पर भी इसे लगाया गया है। पार्टी के कार्यकर्ता इसे शेयर कर रहे हैं। इसके अलावा पार्टी के प्रदर्शनों में भी इस नारे को बैनर-पोस्टर पर प्रमुखता से इस्तेमाल किया जा रहा है। 14 विपक्षी दल शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। इन दलों का आरोप है कि केंद्र सरकार उइक-एऊ जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल कर विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रही है। सुप्रीम कोर्ट 5 अप्रैल को इस मामले की सुनवाई करेगी।
by sudha jaiswal